कटिहार: बिहार में अल्पसंख्यकों को स्वावलंबी बनाने की सरकारी मुहिम का असर अल्पसंख्यकों पर साफ दिखने लगा है. मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना के तहत जिला समाहरणालय में सैकड़ों युवा कतार में लगकर ऋण के लिए आवेदन कर रहे हैं.
विभिन्न इलाके से आये युवा
कटिहार समाहरणालय के अल्पसंख्यक कल्याण कार्यालय के बाहर युवाओं ने रोजगार ऋण के लिये आवेदन किया. सैकड़ों की तादाद में युवा जिले के विभिन्न इलाके से आये हैं. दरअसल बिहार सरकार ने सूबे में अल्पसंख्यक समाज के लोगों को खासकर मुस्लिम, जैन, सिख, ईसाई और बौद्ध वर्ग के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिये मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना चला रही है. जिसके तहत रोजगार के लिये दो से पांच लाख रुपये का लोन दिया जाता है. इस ऋण के तहत लोग ब्यूटी पार्लर से लेकर किराना, कपड़ा सहित अन्य दुकान खोल सकते हैं.
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'रोजगार के लिये ऋण का आवेदन'
आवेदनकर्ता शकूर ने बताया कि उन्होंने साइंस में ग्रेजुएशन किया है. उसके बाद जगह-जगह सरकारी नौकरी के लिये आवेदन किया. लेकिन सफल नहीं हो पाए. इसलिए रोजगार के लिये ऋण का आवेदन कर रहे हैं. वहीं, आवेदनकर्ता वारिश हुसैन ने बताया कि पहले से कपड़े की छोटी-मोटी दुकान है. ऋण लेकर उसको बढ़ाने का काम करना है.