कटिहार: बिहार (Bihar) के कटिहार में बाढ़ (Flood In Katihar) से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. गंगा नदी (Ganga River) खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और अभी भी लगातार पानी का बढ़ाव जारी है. गांव में पानी के घुस आने से पंचायत और गांवों का सड़क संपर्क प्रखंड मुख्यालयों से टूट गया है. जिससे लोगों को रोजमर्रा की जिंदगी में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. ऐसे में अगर कोई बीमार पड़ जाय या फिर किसी की मौत हो जाय तो समस्या बढ़ जाती है.
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जिले के प्राणपुर प्रखंड में बाढ़ से लोगों का जीना मुहाल है. खेती की सैकड़ों एकड़ जमीन पर पानी फैल जाने के कारण फसलें नष्ट हो गयी हैं. लोगों के घरों से लेकर शौचालय तक में कमर भर से अधिक पानी भरा है. जिससे लोगों का घरों में रहना मुश्किल हो गया है. केशोपुर गांव की निमिजन देवी शौच के लिये निकली थी, लेकिन पैर फिसलने के कारण गहरे पानी में जाने से उनकी मौत हो गयी.
इस घटना के बाद परिजनों पर आफत का पहाड़ टूट पड़ा, क्योंकि एक ओर सैलाब से तबाही का मंजर तो दूसरी ओर पीड़िता के पोस्टमार्टम का झंझट. गांव में पानी रहने के कारण एम्बुलेंस वालों ने घर तक पहुंचने में अपनी असमर्थता जताई. जिसके बाद लोग महिला के शव को खटिया के सहारे पोस्टमार्टम कराने के लिये ले गये.
मृतका के परिजन संजय सिंह ने बताया कि पूरा गांव पानी में डूबा है. जिससे काफी परेशानी हो रही है. वहीं परिजन प्रभुनाथ सिंह ने कहा कि पानी में डूबने से पीड़िता की मौत हुई है. गांव में बाढ़ का पानी रहने के कारण काफी दिक्कतें हो रही हैं.
हालांकि, बाढ़ के बीच खटिया एम्बुलेंस ने सरकार के इंतजाम की व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है, क्योंकि सरकार दावा करती है कि बाढ़ पीड़ितों को हर सम्भव मदद की जायेगी. लेकिन किसी की मौत की स्थिति में लोगों को नाव तक नसीब नहीं है.
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