कटिहारः ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने जिले को दो बड़ी सौगात दी. जिले के अमदाबाद और बलरामपुर प्रखण्ड में श्रवण कुमार ने दो सरकारी भवनों का शिलान्यास किया. इस मौके पर बताया कि विभाग की तरफ से कटिहार में जल्द ही निर्माधीन भवन अलग-अलग स्थानों पर बन कर तैयार हो जाएंगे. ईटीवी भारत के माध्यम से लोगों से अपील करते हुए कहा कि एक पौधा जरूर लगाएं ताकि जलवायु परिवर्तन से मुकाबला किया जा सके.
कटिहार सर्किट हाउस में देर रात ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि उनका विभाग दूसरे राज्यों की तुलना में सबसे बेहतर कार्य कर रही है. राज्य सरकार लोगों के लिए तीन लाभप्रद योजनाएं चला रही है. मुख्यमंत्री ग्रामीण सतत जीविकोपार्जन योजना, आवास योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना. मुख्यमंत्री ग्रामीण सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत शराब या गलत कार्यों में लिप्त रहने वाले लोगों को मुख्य धारा में लौटने पर 60 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक की आर्थिक मदद दी जा रही है.
राज्य वासियों को मिल रही आर्थिक मदद
वहीं, ग्रामीण विकास विभाग की आवास योजना के तहत जो परिवार 1996 से पहले इंदिरा आवास का लाभुक था. जिसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लोग शामिल हैं. सरकार आवास के जीर्णोद्धार और बनाने के लिये एक लाख बीस हजार रुपये की मदद दे रही है. जबकि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए जमीन खरीद में सरकार मदद कर रही है. इसके तहत लोगों को साठ हजार रुपये की आर्थिक मदद की जाती है. उन्होंने बताया कि देश के दूसरे राज्यों में सिर्फ भारत सरकार की योजनायें चला रही हैं. जबकि बिहार में राज्य सरकार एक और योजना चला रही है. मुख्यमंत्री वृद्धजन योजना के तहत साठ वर्ष से अधिक आयु के कर वर्ग के लोगों को को चार सौ रुपये पेंशन राज्य सरकार दे रही है.
विभाग की तरफ से लगाए जा रहे 50 लाख पौधे
ग्रामीण विकास मंत्री ने बताया कि प्रदेश को हरा-भरा रखने हरियाली मिशन के तहत विभाग 50 तरफ से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य है. इस महीने तक 36 लाख 56 हजार पौधे लगाये जा चुके हैं. जबकि बाकी बचे पौधे जल्द ही लगाये जायेंगें. मंत्री ने बताया कि वन विभाग की तरफ से एक करोड़ पौधा लगाना है. राज्य में कुल डेढ़ करोड़ पौधा लगाया जा रहा है. ईटीवी भारत के माध्यम से राज्यवासियों से अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति एक पौधा लगाता है पुरे बिहार में हरियाली आ जायेगी. आज पुरे विश्व में जल, जीवन और हरियाली की चिन्ता हो रही है. इससे निपटने के लिए प्रदेश को हरा-भरा करना पड़ेगा, जिसमें जनभागीदारी जरूरी है.