कटिहारः बिहार में इफ्तार पार्टी का दौर लगातार जारी है और प्रदेश में इन दिनों इफ्तार पार्टी पर सियासत (Iftar Party Politics) भी गर्म है. रमजान का महीना भले ही खत्म होने को है, लेकिन इफ्तार पार्टी शुरू हुई सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू परिवार की इफ्तार पार्टी में अचानक पहुंचकर सबको चौंका दिया था. अब उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarakishore Prasad in RJD Iftar party In Katihar) ने आरजेडी सांसद अहमद अशफाक करीम के दावत-ए- इफ्तार में शिरकत कर बिहार की राजनीति में गरमी पैदा कर दी. मजे की बात यह है कि डिप्टी सीएम ने इस पार्टी में शिरकत को महज एक औपचारिकता बताया.
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बीजेपी के कई नेता हुए शामिलः दरअसल कटिहार मेडिकल कॉलेज के प्रागण में आरजेडी के राज्यसभा सदस्य अहमद अशफाक करीम द्वारा रमजान के पाक महीने में दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया था. इस मौके पर सीमांचल के तमाम आरजेडी कार्यकर्ताओं के अलावा अन्य गणमान्य लोगों को भी आमंत्रण दिया गया. इफ्तार पार्टी के शुरू होने से चन्द मिनट पहले सूबे के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद अपने लाव लश्कर के साथ कार्यक्रम स्थल पहुंचे. डिप्टी सीएम के साथ बीजेपी विधान पार्षद अशोक कुमार अग्रवाल, बीजेपी विधायक कविता देवी, बीजेपी विधायक निशा सिंह समेत बीजेपी के दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे.
मौके पर मौजूद उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने मीडिया के पूछे गए एक सवाल पर कहा कि इफ्तार पार्टी का राजनीतिक से कोई संबंध नहीं है. या परंपरा रही है, सभी राजनीतिक दल के लोग एक दूसरे एक दूसरे के इफ्तार पार्टी में जाते हैं. मुझे भी बुलाया गया था तो मैंने आने का फैसला किया.
'एक दूसरे के यहां आने जाने हमारा जो सदभाव है, समाजिक ताना बाना है, वो मजबूत होता है. पटना में इफ्तार पार्टी को लेकर जिस तरह की सियासत की गई, वो दुर्भाग्यपूर्ण है. ये जो समाजिक सौहार्द और सदभाव है, इसे दुनिया की कोई ताकत अलग नहीं कर सकती'- तारकिशोर प्रसाद, डिप्टी सीएम, बिहार
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मुसलिम विरोधी छवि को तोड़ने की कोशिशः बता दें कि बिहार की राजनीति और सरकार में कई बार अस्थिरता का माहौल देखने को मिला है. कुछ मुद्दों पर कभी जेडीयू बीजेपी को आंख दिखाती है, तो कभी बीजेपी जेडीयू को. पहले सीएम नीतीश ने राजद के दावत-ए- इफ्तार में शिरकत कर सियासी पारा चढ़ा दिया और अब डिप्टी सीएम इफ्तार पार्टी में शिरकत कर बीजेपी की मुसलिम विरोधी छवि को तोड़ने की कोशिश की है. तारकिशोर इफ्तार पार्टी में शिरकत कर खुद को मुसलिम समाज से जुड़ा हुआ, सबित करने की कोशिश में जुटे हैं.
दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बीते 22 अप्रैल को आरजेडी के दावत-ए-इफ्तार में शामिल होने के लिए राबड़ी आवास पहुंचे थे. वैसे तो इफ्तार में कोई भी कहीं भी जा सकता है. लेकिन जिस तरह से नीतीश कुमार ने 10 सर्कुलर रोड का रुख किया, उसने कई सवालों को एक साथ खड़ा कर दिया था. क्योंकि वो वक्त काफी अहम था. देश के गृह मंत्री और बीजेपी के चाणक्य अमित शाह 23 अप्रैल को बिहार आने वाले थे और उससे ठीक पहले नीतीश आरजेडी की दावत में गए. इसको लेकर सयासी गलियारे में जो चर्चा हुई, वो आज तक नहीं थमी है, उस पर तेज प्रताप के सीक्रेट वाला बयान पर राजनीति और गरमा गई, अब डिप्टी सीएम ने इफ्तार पार्टी में शामिल होकर ये संकेत देने की कोशिश की है कि इफ्तार का राजनीति से कोई लेना देना नहीं, जो नीतीश कुमार भी कह चुके हैं.
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