कटिहार: बारसोई गोली कांड को लेकर जहां बीजेपी नीतीश सरकार पर हमलावर है और उच्चस्तरीय जांच की मांग पर अड़ी है. वहीं कांग्रेस ने भी सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. घटना को लेकर कांग्रेस ने नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि इस घटना से हम मर्माहत हैं. वहां खौफ का महौल बना हुआ है. हम सरकार का हिस्सा जरूर हैं लेकिन अगर जिला प्रशासन हो या सब डिवीजन के प्रशासन से कोई चूक होती है तो हम आवाज जरूर उठाएंगे.
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बोले शकील अहमद- 'जिल प्रशासन फेल्योर': शकील अहमद खान ने कहा कि लोग 10-15 दिनों से बिजली की कटौती से नाराज थे. प्रशासन को जो व्यवहार कुशलता दिखानी चाहिए थी वह नहीं दिखाई गई. प्रशासनिक तंत्र और बिजली विभाग को सही तरीके से जवाब देना चाहिए और अपनी बात रखनी चाहिए. हम सरकार का हिस्सा हो सकते हैं, लेकिन हमारे लिए यह जांचना भी महत्वपूर्ण है कि क्या जिला प्रशासन या उप-विभाग प्रशासन ऐसी गलती करता है.
"प्रथम दृष्टया यह पूरा मामला जांच का विषय लगता है. हमारी मांग है कि पूरी घटना की एक लॉजिकल जांच होनी चाहिए.किस परिस्थिति में घटना घटी, उस परिस्थिति से पहले का वातावरण क्या था, स्थानीय प्रशासन का रवैया क्या था, आक्रोशितों को कैसा जवाब दिया गया, इन तमाम चीजों की जांच होनी चाहिए. यह घटना पुलिस प्रशासन का फेल्योर है तभी तो माथे में गोली मारी गई."-शकील अहमद, कांग्रेस विधायक
कटिहार गोली कांड को लेकर बवाल: कटिहार में पुलिस द्वारा फायरिंग किए जाने को लेकर बवाल मचा है. गोलीबारी का वीडियो भी सामने आया है. इस मामले को लेकर जमकर राजनीति हो रही है. बिजली विक्षभाग के मंत्री ने तो इस मामले को लेकर अजब बयान भी दे डाला. उन्होंने कहा कि बदमाशी करेंगे तो लाठी, गोली चलती ही है. वहीं अब सरकार में भूमिका निभाने वाली कांग्रेस ने भी सरकार के खिलाफ जाकर इस मामले की जांच की मांग कर डाली है. कटिहार में बिजली कटौती के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने फायरिंग कर दी थी, जिसनें 3 लोगों की मौत हो गई. हालांकि प्रशासन की ओर से 2 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है.