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बच्चे की मौत पर निजी क्लीनिक में हंगामा, परिजनों ने जमकर किया तोड़फोड़ - कुर्सेला प्रखंड

कुर्सेला प्रखंड के एक 4 साल के बीमार बच्चे की इलाज के दौरान एक निजी अस्पताल में मौत हो गई. इसके उसके परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया.

Katihar
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Published : Dec 8, 2019, 11:17 PM IST

कटिहार: शहर के बिनोदपुर के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया. वहीं, मौके पर पहुंच कर पुलिस ने मामले को शांत कराया और आरोपी डॉक्टर के खिलाफ थाना में मामला दर्ज किया.

'इंजेक्शन लगाते ही बच्चे की मौत'
परिजनों ने बताया कि जिस डॉक्टर के पास बच्चे को इलाज के लिए लेकर जाना था, रिक्शा वाले ने उस डॉक्टर के यहां नहीं ले जाकर दूसरे डॉक्टर के क्लिनिक में पहुंचा दिया. इसके बाद परिजन उसी क्लिनिक में अपने बच्चे का इलाज करवाने लगे. इसी दौरान डॉक्टर के इंजेक्शन देते ही चंद मिनट के बाद बच्चे की मौत हो गई.

katihar
हंगामा करते लोग

परिजनों ने किया तोड़फोड़
परिजनों का आरोप है कि जो इंजेक्शन दिया गया वो बीमार बच्चे को नहीं, बड़ों को दिया जाता है. परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है. गुस्साए परिजनों में क्लिनिक में तोड़फोड़ की. इसके बाद स्थिति को भांपते हुए डॉक्टर समेत सभी कर्मी मौके से फरार हो गए.

सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
घटना के बाद परिजनों ने बच्चे के शव को क्लिनिक के सामने सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने लगे और दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ गए. वहीं, इसके बाद पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया और डॉक्टर पर कार्रवाई करने का भरोसा भी दिया.

बच्चे की मौत पर निजी क्लीनिक में हंगामा

'दोषी डॉक्टर पर जल्द हो कार्रवाई'
डॉक्टर को लोग भगवान मानते हैं. लेकिन, जब ऐसे डॉक्टर अपने रोजगार के लिए रिक्शा वालों को कमीशन देता हो और रोगी को बरगला कर अपने यहां लाकर गलत इलाज करता हो, जिससे रोगी की जान चली जाती है. तो ऐसे डॉक्टर को डॉक्टर नहीं हैवान कहते हैं. वहीं, लोगों का कहना है कि मामले की जांच की जाए और दोषी डॉक्टर पर कड़ी कार्रवाई की जाए.

कटिहार: शहर के बिनोदपुर के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया. वहीं, मौके पर पहुंच कर पुलिस ने मामले को शांत कराया और आरोपी डॉक्टर के खिलाफ थाना में मामला दर्ज किया.

'इंजेक्शन लगाते ही बच्चे की मौत'
परिजनों ने बताया कि जिस डॉक्टर के पास बच्चे को इलाज के लिए लेकर जाना था, रिक्शा वाले ने उस डॉक्टर के यहां नहीं ले जाकर दूसरे डॉक्टर के क्लिनिक में पहुंचा दिया. इसके बाद परिजन उसी क्लिनिक में अपने बच्चे का इलाज करवाने लगे. इसी दौरान डॉक्टर के इंजेक्शन देते ही चंद मिनट के बाद बच्चे की मौत हो गई.

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हंगामा करते लोग

परिजनों ने किया तोड़फोड़
परिजनों का आरोप है कि जो इंजेक्शन दिया गया वो बीमार बच्चे को नहीं, बड़ों को दिया जाता है. परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है. गुस्साए परिजनों में क्लिनिक में तोड़फोड़ की. इसके बाद स्थिति को भांपते हुए डॉक्टर समेत सभी कर्मी मौके से फरार हो गए.

सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
घटना के बाद परिजनों ने बच्चे के शव को क्लिनिक के सामने सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने लगे और दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ गए. वहीं, इसके बाद पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया और डॉक्टर पर कार्रवाई करने का भरोसा भी दिया.

बच्चे की मौत पर निजी क्लीनिक में हंगामा

'दोषी डॉक्टर पर जल्द हो कार्रवाई'
डॉक्टर को लोग भगवान मानते हैं. लेकिन, जब ऐसे डॉक्टर अपने रोजगार के लिए रिक्शा वालों को कमीशन देता हो और रोगी को बरगला कर अपने यहां लाकर गलत इलाज करता हो, जिससे रोगी की जान चली जाती है. तो ऐसे डॉक्टर को डॉक्टर नहीं हैवान कहते हैं. वहीं, लोगों का कहना है कि मामले की जांच की जाए और दोषी डॉक्टर पर कड़ी कार्रवाई की जाए.

Intro:कटिहार

शहर के बिनोदपुर में डॉक्टर के निजी क्लिनिक में उस वक्त अफरातफरी मच गया जब कुर्सेला प्रखंड के एक 4 साल के बीमार बच्चे को परिजन अपने साथ इलाज के लिए लेकर आये थे। बच्चे के मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने दुकान में तोड़फोड़ की। मौके पर पुलिस पहुंच कर पूरे मामले को शांत कराया और आरोपी डॉक्टर के खिलाफ थाना में मामला दर्ज कराया।

Body:परिजनों के मुताबिक जिस डॉक्टर के पास बच्चे को लेकर इलाज के लिए जाना था रिक्शा वाले ने उस डॉक्टर के यहाँ नहीं ले जाकर दूसरे डॉक्टर के क्लिनिक में पहुंचा दिया, फिर भी परिजन डाक्टर जे पी सिंह के क्लिनिक में अपने बच्चे का इलाज करवा ही रहे थे कि डॉक्टर के द्वारा एक इंजेक्शन देते ही चंद मिनट के बाद बच्चे की मौत हो गई।

परिजनों का आरोप है कि तथाकथित इंजेक्शन बीमार बच्चे नहीं बड़ो को दिया जाता है, बच्चे के परिजन ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है, देखते ही देखते स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और क्लिनिक के दवा दुकान में करने लगे तोड़फोड़, स्थिति को भांपते हुए डॉक्टर समेत सभी कर्मी मौके से फरार हो गए, लोगों ने बच्चे के शव के साथ क्लिनिक के सामने सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे और दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया और आरोपी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कराया है‌।

Conclusion:कहते हैं न कि डॉक्टर भगवान होता है लेकिन जब ऐसे डाक्टर अपने रोजगार के लिए रुपया कमाने के लिए रिक्शा वालों को कमीशन देता हो रोगी को बरगला कर अपने यहाँ लाने की खातिर और इलाज गलत करता हो जिससे रोगी की जान ही चले जाये तो ऐसे डॉक्टर को डॉक्टर नहीं हैवान कहते हैं, जरूरत है जाँच कर ऐसे डॉक्टर पर कड़ी कार्रवाई करने की।
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