कटिहारः बिहार के कटिहार में डकैती (Robbery in Katihar ) के मामले का उद्भेदन मौका-ए-वारदात से मिले लिट्टी और चोखा के कारण हो सका. पुरानी कहावत है कि 'अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो अपने पीछे कोई न कोई सुराग छोड़ ही देता है'. यही सुराग अपराधियों को जेल तक पहुंचाने के लिए काफी होता है. ऐसा ही कुछ कटिहार के प्राणपुर थाना क्षेत्र के चिकनी संथाली टोला में एक डकैती की घटना के बाद हुआ.
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29 नवंबर को संथाली टोला में हुई थी डकैतीः जिले के प्राणपुर थाना क्षेत्र के चिकनी संथाली टोला में बीते 29 नवंबर की रात आठ दस हथियारबंद अपराधियों ने टिक्कू सोरेन के घर धावा बोलकर हजारों की संपति लूट ली थी. अपराधियों ने लूटपाट के दौरान मौके पर गृहस्वामी के रिश्तेदारों को भी मारपीट कर जख्मी कर दिया था. घटना के बाद पुलिस वहां जांच को पहुंची और एफआईआर दर्ज कर ली गई. उस समय पुलिस को अपराधियों का कुछ भी सुराग हाथ नहीं लगा. कुछ दिनों बाद तफ्तीश के दौरान पुलिस को घटनास्थल से अनाज के कुछ दाने गिरे मिले. यह अनाज का दाना लिट्टी और चोखा का कुछ टुकड़ा था.
अपराधियों ने घटनास्थल पर गिराया था लिट्टी-चोखा : यह लिट्टी और चोखा की पुलिस अधिकारियों को अपराधियों की गिरेबान तक पहुंचाने में मददगार साबित हुआ. पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र कुमार ने बताया कि घटनास्थल पर जो लिट्टी और चोखा गिरे मिले, उस प्रकार की लिट्टी चोखा उस गांव में कोई दूसरा दुकानदार नहीं बनाता था. पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चल गया कि घटनास्थल पर पड़ा लिट्टी-चटनी किस दुकान से आया था. इसके बाद मामले की परत दर परत खुलती चली गई और पुलिस अपराधियों तक पहुंच सके और आठ अपराधियों को गिरफ्तार किया गया
लाइनर की भूमिका में था दुकानदारः पुलिस को पता चला कि घटनास्थल पर मिली लिट्टी और चोखा उस इलाके में सिर्फ एक ही ही दुकान पर मिलती है. पुलिस ने जब हिरासत में लेकर दुकानदार से पूछताछ की तो पूरा मामला सामने आ गया. दुकानदार ही इस पूरी घटना का लाइनर था. दुकानदार ने ही बताया था कि पीड़ित के घर काफी माल है. इसके बाद सभी अपराधी डाका डालने पहुंचे थे. डकैती से पहले अपराधियों ने उसकी दुकान पर लिट्टी-चोखा खाया और कुछ अपने साथ बांधकर भी लेते गए. वही लिट्टी और चोखा घटनास्थल पर डकैती के दौरान गिर गई थी.
"घटनास्थल पर जो लिट्टी और चोखा गिरे मिले, उस प्रकार की लिट्टी चोखा उस गांव में कोई दूसरा दुकानदार नहीं बनाता था. पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चल गया कि घटनास्थल पर पड़ा लिट्टी-चोखा किस दुकान से आया था. इसके बाद मामले की परत दर परत खुलती चली गई "-जितेन्द्र कुमार, पुलिस अधीक्षक, कटिहार