कटिहारः बिहार में बाढ़ के विकराल रूप से स्थिति गंभीर होती जा रही है. नेपाल के जरिए छोड़ा गया पानी कटिहार के ग्रामीण इलाकों में पहुंच चुका है. जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई हैं वहीं बाढ़ प्रभावित डंडखोरा प्रखंड के लोरी गांव में बाढ़ की वजह से पचास फीट सड़क पानी से बह गई है. जिससे लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी हो रही है. जिला प्रशासन की ओर से अब तक कोई अधिकारी पीड़ितों की मदद को नहीं पहुंचा है.
कई गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
कटिहार के डंडखोरा प्रखंड के नोडी गांव में बाढ़ का पानी फैल चुका है. पानी के आने से लोहड़ी सड़क टूटकर पानी में बह गई है. जिससे गांव का प्रखंड मुख्यालय से सड़क सम्पर्क भंग हो गया. यह सड़क लोगों के आने-जाने का एकमात्र रास्ता था जो प्रखण्ड मुख्यालय को जोड़ता था. सड़क के पानी में बह जाने के कारण करीब पांच हजार लोगों की आबादी बाढ़ में फंस गई है.
गांव में नहीं पहुंची सरकारी मदद
स्थानीय ग्रामीण दयाशंकर बताते हैं कि अचानक ही पानी का जलस्तर बढ़ा और सड़क बह गई. अब तक कोई सरकारी मदद गांव में नहीं पहुंची है. अब तो डर यह सता रहा है कि कहीं यह बाढ़ का पानी आबादी वाले इलाकों में ना प्रवेश कर जाए. स्थानीय ग्रामीण धनंजय कुमार मंडल ने बताया कि अब तो भगवान ही सहारा हैं, क्योंकि पूरा गांव सड़क विहीन हो चुका है. जिससे लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं. क्या खायें, कैसे रहे, कुछ समझ में नहीं आता.
ज्यादातर ब्लॉक बाढ़ से ग्रसित
कटिहार जिले के सोलह प्रखण्डों में आधे से अधिक ब्लॉकों में बाढ़ का पानी फैल चुका है. जिसमें कदवा, प्राणपुर, आजमनगर, मनिहारी, बलरामपुर काफी प्रभावित इलाके हैं. अब देखना ये है कि सरकारी मदद इस पीड़ितों तक कब तक पहुंच पाती है.