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कटिहार: यहां आने से कभी डरते थे लोग, CM की प्रस्तावित यात्रा ने बदली तालाबों की सूरत

एक स्थानीय का ये भी कहना है कि प्रशासन यदि इन तालाबों के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दे तो इन्हें जिले और सूबे के टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित किया जा सकता हैं.

reformation of ponds in katihar
कटिहार में तालाबों का जीर्णोद्धार
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Published : Jan 5, 2020, 1:29 PM IST

कटिहार: जिले के रौतारा थाना क्षेत्र में 14 तालाबों की एक अनोखी श्रृंखला है. लेकिन प्रशासन की उदासीनता की वजह से इन तालाबों की हालत खराब हो गई है. वहीं, जब से ये तालाब मुख्यमंत्री के जल जीवन हरियाली यात्रा के तहत प्रस्तावित निरीक्षण स्थल के रूप में सामने आए हैं, तब से प्रशासन दिन-रात एक कर तालाबों के जीर्णेद्धार में लग गया है.


बता दें कि सीएम नीतीश कुमार आगामी 6 जनवरी को जिले के 14 तालाबों का निरीक्षण कर लोगों से पर्यावरण को सुरक्षित रखने की अपील करेंगे.

reformation of ponds in katihar
रौतारा स्थित चमरू पोखर

प्रशासन बदल रहा तालाबों की सूरत
सीएम की प्रस्तावित यात्रा को देखते हुए जिले के सभी 14 तालाबों में सफाई कर उनमें पानी भरा जा रहा है. स्थानीय बताते हैं कि जंगल-झाड़ होने की वजह से इस इलाके में लोग नहीं आते थे. लेकिन जब से सीएम की यात्रा प्रस्तावित हुई है, तब से प्रशासन की ओर से दिन-रात एक कर तालाबों की सूरत बदली जा रही है. इन तालाबों के अगल-बगल करीब 1100 से ज्यादा पेड़ लगे हुए हैं जो सुंदरता में चार चांद लगाते हैं. लेकिन प्रशासन की उदासीनता की वजह से तालाबों की हालत खराब ही रही है.

प्रशासन कर तालाबों का सौंदर्यीकरण

टूरिस्ट स्पॉट के रूप में हो सकता है विकसित
एक स्थानीय का ये भी कहना है कि प्रशासन यदि इन तालाबों के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दे तो इन्हें जिले और सूबे के टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित किया जा सकता हैं. ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि सीएम जब यहां आएंगे तो विकास के मद्देनजर जिले को निश्चित तौर पर कुछ खास सौगात देंगे.

कटिहार: जिले के रौतारा थाना क्षेत्र में 14 तालाबों की एक अनोखी श्रृंखला है. लेकिन प्रशासन की उदासीनता की वजह से इन तालाबों की हालत खराब हो गई है. वहीं, जब से ये तालाब मुख्यमंत्री के जल जीवन हरियाली यात्रा के तहत प्रस्तावित निरीक्षण स्थल के रूप में सामने आए हैं, तब से प्रशासन दिन-रात एक कर तालाबों के जीर्णेद्धार में लग गया है.


बता दें कि सीएम नीतीश कुमार आगामी 6 जनवरी को जिले के 14 तालाबों का निरीक्षण कर लोगों से पर्यावरण को सुरक्षित रखने की अपील करेंगे.

reformation of ponds in katihar
रौतारा स्थित चमरू पोखर

प्रशासन बदल रहा तालाबों की सूरत
सीएम की प्रस्तावित यात्रा को देखते हुए जिले के सभी 14 तालाबों में सफाई कर उनमें पानी भरा जा रहा है. स्थानीय बताते हैं कि जंगल-झाड़ होने की वजह से इस इलाके में लोग नहीं आते थे. लेकिन जब से सीएम की यात्रा प्रस्तावित हुई है, तब से प्रशासन की ओर से दिन-रात एक कर तालाबों की सूरत बदली जा रही है. इन तालाबों के अगल-बगल करीब 1100 से ज्यादा पेड़ लगे हुए हैं जो सुंदरता में चार चांद लगाते हैं. लेकिन प्रशासन की उदासीनता की वजह से तालाबों की हालत खराब ही रही है.

प्रशासन कर तालाबों का सौंदर्यीकरण

टूरिस्ट स्पॉट के रूप में हो सकता है विकसित
एक स्थानीय का ये भी कहना है कि प्रशासन यदि इन तालाबों के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दे तो इन्हें जिले और सूबे के टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित किया जा सकता हैं. ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि सीएम जब यहां आएंगे तो विकास के मद्देनजर जिले को निश्चित तौर पर कुछ खास सौगात देंगे.

Intro:कटिहार में हैं चौदह तालाबों की अनोखी श्रृंखला ।


.......बिहार में तालाबों के रखरखाव के बारे में अधिकारी कितने जागरुक हैं , इसका बेहतरीन उदाहरण हैं कटिहार का चमरू पोखर.....। जहाँ एक साथ चौदह तालाबों की कड़ी दर कड़ी श्रृंखला हैं । ऐसी अनोखी श्रृंखला सूबे के दूसरे इलाके में नहीं मिलती लेकिन सरकारी बाबुओं के उदासीनता की वजह से रात के अंधेरे में क्या , दिन के उजाले में लोग यहाँ जाने से कतराते थे....। समय बदला , वक्त ने करवटें ली.....। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जल जीवन हरियाली यात्रा के तहत यह इलाका प्रस्तावित निरीक्षण स्थल के रूप में सामने आया जिसके बाद दिन - रात एककर प्रशासन ने इलाके की सूरत ही बदल डाली हैं । सीएम नीतीश आगामी छह जनवरी को कटिहार के इसी चौदह तालाबों के कड़ी दर कड़ी वाले जगह पर पहुँच अवाम को पर्यावरण को महफूज रखने की अपील करेगें.....।


Body:सीएम नीतीश कुमार के प्रस्तावित यात्रा की घोषणा के बाद इलाका हुआ गुलजार ।


यह हैं कटिहार का चमरू पोखर.....। कटिहार - पुर्णिया मुख्य मार्ग पर रौतारा थाना इलाके में बसा चमरू पोखर अपने आप मे पूरे बिहार में इकलौता हैं क्योंकि यहाँ कड़ी दर कड़ी चौदह पोखरों की श्रृंखला हैं लेकिन सरकारी बाबुओं के उदासीनता की वजह से इस जगह की किसी ने आज तक किसी कोई सुध नहीं ली ....। तालाबों के इस अनोखों कड़ी में चुल्लू भर पानी भी नहीं बचा लेकिन एकाएक इस इलाके की किस्मत बदल गयी । दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगामी छह जनवरी को कटिहार के इसी चमरू पोखर पर तालाबों का निरीक्षण और जल जीवन हरियाली अभियान की समीक्षा करेगें । सीएम की प्रस्तावित यात्रा को देखते हुए सभी चौदह तालाबों के कायाकल्प किये जा रहे हैं । तालाबों में सफाई कर पानी भरा जा रहा हैं । स्थानीय बताते हैं कि जंगल - झाड़ होने की वजह से इस इलाके में लोग दिन के उजाले में नहीं आते थे । अब जब से यात्रा प्रस्तावित हुई हैं , रात - दिन एक करके सूरत बदली जा रही हैं । इस तालाब के बगल में करीब ग्यारह सौ से ज्यादा पेड़ लगे हैं जो सुंदरता को चार चाँद लगाते हैं । स्थानीय देव नारायण महतो बताते हैं कि जितने पैसे खर्च करके पोखर का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण किया गया यदि इसपर थोड़ी प्रशासनिक स्वीकृति मिल जाये तो यह जिले और सूबे का टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित किया जा सकता हैं .......। स्थानीय बादल मंडल बताते हैं कि बदलाव की ऐसी बयार बही कि इलाका स्वर्ग हो गया । स्थानीय वीरेंद्र मंडल बताते हैं कि सबकुछ बदल चुका हैं .......।


Conclusion:सरकारी हरी झंडी के बाद टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित हो सकता हैं चमरू पोखर ।


बीस वर्ष पहले बिहार से झारखंड के अलग हो जाने के बाद राज्य के विकास के लिये कई कदमें उठाये गये । पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर खूब गप्पबाजी हुई लेकिन पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हो सकी । लोगों की शिकायतें रहीं कि राज्य में टूरिस्ट स्पॉट की बेहद कमी हैं लेकिन सच्चाई यह हैं कि सूबे के छोटे छोटे शहरों में कई ऐसे जगह हैं जिसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता था लेकिन बाबुओं की लालफीताशाही के कारण इस गुदड़ी के लाल वाले जगह को कोई तराश नहीं पाया जिस कारण टूरिस्टों की बिहार विजिट कम होतें हैं । उम्मीद की जानी चाहिये कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब कटिहार के दौरे पर पहुँचगें तो कटिहार के इस अनोखे जगह के विकास के लिये निश्चित ही कुछ खास सौगात देंगे ......।
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