कटिहार: जिले में कुप्रबंधन और वर्क प्रेशर के खिलाफ सैंकड़ों रेलवे कर्मचारी मंगलवार को सड़क पर उतरे. सैकड़ों की तादाद में चेकिंग स्टाफ का हुजूम स्टेशन परिसर होते हुए डीआरएम बिल्डिंग पहुंचा. जहां अपनी मांग को लेकर रेल कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया.
'रेवेन्यू जेनरेट करने का दिया जा रहा दबाव'
रेल कर्मचारी यूनियन के डिविजनल सेक्रेटरी संजय कुमार साह ने बताया कि हम सभी रेल चेकिंग स्टाफ रेलवे की रेवेन्यू बढ़ाने को तत्पर हैं. चेकिंग की वजह से टिकट की विंडो सेलिंग काफी ज्यादा हो रही है. बिना टिकट लोग सफर करना बन्द कर चुके हैं. इसके बावजूद चेकिंग स्टाफ कोशिश करते हैं कि रेलवे को रेवेन्यू मिले. उन्होंने बताया कि रेलवे प्रबंधन लगातार हमलोगों को एक लाख रुपये रेवेन्यू जेनरेट करने का दबाव बना रही है. जबकि समस्या यह है कि कटिहार रेलवे जंक्शन से एक भी ओरिजिनेटिंग ट्रेन नहीं है.
'अधिकारियों का रवैया नकारात्मक'
उन्होंने कहा कि कटिहार वे टाइप जंक्शन है. जहां सिर्फ ट्रेनें इधर से उधर पास करती हैं. ऐसे में हम सभी कर्मचारी कहां से रेवेन्यू जेनरेट करें. वहीं इस मौके पर कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष रूपेश कुमार ने बताया कि कटिहार में वर्तमान रेल अधिकारियों का रवैया कर्मचारियों के प्रति सकारात्मक नहीं दिखाई पड़ रहा है. स्वच्छ और स्वस्थ व्यवस्था के बीच कर्मचारियों को काम करने नहीं दिया जा रहा है. जिसकी वजह से सभी लोग मानसिक दबाव में जी रहे हैं.
चक्का जाम करेंगे कर्मचारी
रूपेश कुमार ने बताया कि जल्द ही अधिकारियों के काम काज के तरीके में बदलाव नहीं आया, तो रेल कर्मचारी पेन डाउन के कार्यक्रम के साथ अन्य प्रदर्शन करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब इससे भी बात नहीं बनी, तो कर्मचारी अपनी मांग को लेकर रेल का चक्का जाम करेंगे.