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कटिहार: जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों का धरना, सरकार से लगा रहे गुहार

हर महीने जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों के बीच अनाज बांटा जाता था. लेकिन मार्च 2017 में खाद्यान्न के आवंटन के लिए इन्हें पैसे नहीं मिले. जिस पर फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर धरना दे दिया.

public distribution system shopkeepers strike in katihar
जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों का धरना
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Published : Dec 17, 2019, 9:50 AM IST

कटिहार: जिले के समाहरणालय के पास जन वितरण प्रणाली के दुकानदार धरने पर बैठे नजर आए. दरअसल, वे अपनी मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं. उनका कहना है कि उनके एक महीने की रकम उन्हें नहीं मिली है. ये पैसे उनके सरकारी खाते में जमा थे, जिनका समायोजन नहीं हुआ है. ऐसे में वे चाहते हैं कि उनकी रकम उनको वापस मिले.

आवंटित अनाज के बदले नहीं मिले पैसे
मामला मार्च 2017 का है. जहां प्रशासन ने न तो डीलरों को अनाज आवंटित किया और न ही उन्हें इसके बदले पैसे दिए. बता दें कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने अनाज वितरण के लिए हर वार्ड और पंचायतों में जन वितरण प्रणाली दुकानदार कमीशन पर बहाल कर रखे हैं. जो इस काम के लिए एक महीने का एडवांस पैसा बैंक में जमा करते हैं. जमा पैसे से मिले चालान के आधार पर उक्त जन वितरण प्रणाली के दुकानदार को अनाज बांटा जाता है.

जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों ने दिया धरना

हेरा-फेरी की आशंका
हर महीने जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों के बीच अनाज बांटा जाता था. लेकिन मार्च 2017 में खाद्यान्न के आवंटन के लिए इन्हें पैसे नहीं मिले. जिस पर फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर धरना दे दिया. जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों का कहना हैं कि यह पैसे को लेकर हेरा-फेरी की आशंकाओ को जगा रहा हैं. जिसकी निष्पक्ष तरीके से जांच होनी चाहिए.

कटिहार: जिले के समाहरणालय के पास जन वितरण प्रणाली के दुकानदार धरने पर बैठे नजर आए. दरअसल, वे अपनी मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं. उनका कहना है कि उनके एक महीने की रकम उन्हें नहीं मिली है. ये पैसे उनके सरकारी खाते में जमा थे, जिनका समायोजन नहीं हुआ है. ऐसे में वे चाहते हैं कि उनकी रकम उनको वापस मिले.

आवंटित अनाज के बदले नहीं मिले पैसे
मामला मार्च 2017 का है. जहां प्रशासन ने न तो डीलरों को अनाज आवंटित किया और न ही उन्हें इसके बदले पैसे दिए. बता दें कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने अनाज वितरण के लिए हर वार्ड और पंचायतों में जन वितरण प्रणाली दुकानदार कमीशन पर बहाल कर रखे हैं. जो इस काम के लिए एक महीने का एडवांस पैसा बैंक में जमा करते हैं. जमा पैसे से मिले चालान के आधार पर उक्त जन वितरण प्रणाली के दुकानदार को अनाज बांटा जाता है.

जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों ने दिया धरना

हेरा-फेरी की आशंका
हर महीने जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों के बीच अनाज बांटा जाता था. लेकिन मार्च 2017 में खाद्यान्न के आवंटन के लिए इन्हें पैसे नहीं मिले. जिस पर फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर धरना दे दिया. जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों का कहना हैं कि यह पैसे को लेकर हेरा-फेरी की आशंकाओ को जगा रहा हैं. जिसकी निष्पक्ष तरीके से जांच होनी चाहिए.

Intro:जन वितरण प्रणाली दुकानदार सड़कों पर , सरकार से न्याय की गुहार.....।

.......कटिहार में हजारों जन वितरण प्रणाली के डीलरों की एक महीने की लाखों की रकम , सरकारी खाते में हैंग कर गयी हैं ......। मामला मार्च 2017 का हैं जहाँ आवंटित खाद्यान्न की जमा पैसे के बदले ना तो डीलरों को प्रशासन द्वारा अनाज आवंटन किया गया और ना ही जमा पैसे डीलरों को लौटाये गये .....। इस पैसे का समायोजन भी नहीं हुआ.....। अब यह डीलर सरकार से लगा रहे हैं गुहार कि...सुनो सरकार , कुछ लगाओं उपाय कि खून - पसीने से जमा रकम वापस उसे मिल सकें .......।


Body:यह दृश्य कटिहार समाहरणालय के समीप का हैं जहाँ जिले के सभी जन वितरण प्रणाली के दुकानदार धरने पर बैठे हैं । यूँ तो इनके माँगों की फेहरिस्त काफी लंबी हैं लेकिन उनमें सबसे पहली और अहम माँग सरकारी खाते में जमा पैसे के हैंग का हैं । बताया जाता हैं कि राज्य सरकार लोगों के बीच खाद्यान्न वितरण के लिये खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के तहत हर वार्ड और पंचायतों में जन वितरण प्रणाली दुकानदार कमीशन पर बहाल कर रखे हैं जो विभाग से खाद्यान्न आवंटन के आलोक में एक महीने का एडवांस पैसे का चेक बैंक में जमा करते हैं । जमा पैसे से मिले चालान के आधार पर उक्त जन वितरण प्रणाली दुकानदार को अनाज का आवंटन होता हैं जिसे वह लाभुकों के बीच वितरण करते हैं। यह सिलसिला हर महीने होता हैं लेकिन मार्च - 2017 में खाद्यान्न के आवंटन के बदले ना तो पीडीएस दुकानदारों को अनाज मिला और ना ही पैसे ही लौटाये गये । इस पैसे का समायोजन भी अन्य खातों में नहीं हो पाया । यह रकम लाखों में बतायी जाती हैं....। कटिहार जिला फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन के महामंत्री महेन्द्र सिन्हा बताते हैं कि आवंटित खाद्यान्न की जमा पैसे के बदले ना तो अनाज मिला , ना ही पैसे लौटाये गये....। इस पैसे का समायोजन भी किसी दूसरे महीने के खाद्यान्न के डिलीवरी पैसे में नहीं किये गये....।


Conclusion:जमा पैसे लौटाने और अन्य माँगों के समर्थन में पीडीएस दुकानदार हो रहे हैं गोलबन्द ......।

जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों की माँग यदि सही हैं तो यह मामला अमानत में खयानत का हैं क्योंकि इतनी बड़ी राशि का अचानक हैंग कर जाना , हेरा - फेरी की आशंकाओं को जन्म देता हैं । वर्ष 2017 से मामले का निराकरण नहीं होना , इतना बताने के लिये काफी हैं कि दाल में काला जरूर हैं । यदि निष्पक्ष तरीके से जाँच की जाये तो घाव सा दिखने वाला मामला , कैंसर हो सकता हैं .......।
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