कटिहारः जीएसटी के दौर में नौकरी चले जाने के बाद जिले के कोढ़ा प्रखंड में रौतारा गांव के कृष्ण नंदन मिश्रा पशुपालन कर डेयरी चलाते हैं. कभी खुद नौकरी करने वाले कृष्ण नंदन मिश्रा अब अपने गांव के लोगों को रोजगार दे रहे हैं.
चार गाय के साथ गौ पालन की शुरुआत
मुंबई की एक कंपनी में कृष्ण नंदन मिश्रा ने अपने जीवन के 20 साल टैक्स से जुड़े बड़े पद पर काम किया. लेकिन नौकरी चले जाने के बाद उन्होंने व्यापार करने का फैसला किया और गांव आ गए. जिसके बाद उन्होंने चार गाय के साथ गौ पालन की शुरुआत की.
पशुपालकों को सब्सिडी पर लोन
चार गाय के साथ डेयरी शुरू करने वाले कृष्ण नंदन मिश्रा आज 15 गायों को पालते हैं. पशुपालक कृष्ण नंदन मिश्रा ने बताया कि बिहार सरकार पशुपालकों को सब्सिडी पर लोन भी देती है. लेकिन उन्हें ये नहीं मिल पाया. पशुपालक ने बताया कि पदाधिकारी ने तीनों ओर से बाउंड्री करने को कहा था. लेकिन गायों को गर्मी में इससे परेशानी होती है.
गांव में मिल रहा रोजगार
डेयरी खुल जाने से गांव के युवकों को अब बाहर काम करने नहीं जाना पड़ता. यहां काम करने वाले मजदूर भंगेरी सिंह ने बताया कि पहले वो पंजाब में गौ पालन का काम करता था. अब गांव में रोजगार मिलने से युवाओं को बाहर नहीं जाना पड़ता है.