कटिहार: सरकार विकास के लाख दावे कर ले लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है. कहीं सड़क बना तो ढलाई नहीं हुई, कहीं पुल बना तो अप्रोच नहीं है. बस जैसे-तैसे काम निकाला जा रहा है. विकास के नाम पर पानी की तरह पैसा भी बहाया जा रहा है लेकिन जिले में अधकचरा विकास सरकार के दावे की पोल खोल रहा है.
जिले के बलरामपुर प्रखंड के दुल्लहपुर गांव में सरकार ने लोगों को बाढ़ से निजात दिलाने के लिए आवागमन हेतु एक पक्के पुल का निर्माण कराया था. यह पुल क्षेत्र के 10 हजार आबादी के आवागमन का एकमात्र जरिया है बावजूद इसके 6 महीने से भी अधिक समय गुजर जाने के बावजूद भी इसका अप्रोच अभी तक नहीं बन पाया है. इस कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
आवागमन में होती है परेशानी
स्थानीय लोगों का कहना है बारिश के दिनों में काफी परेशानी होती है. बाढ़ के कारण गांव से प्रखंड मुख्यालय पहुंचना एक टेढ़ी खीर है क्योंकि सड़क पर पानी आ जाता है और नाव के जरिए आवागमन होता है. यदि पुल बन जाता है तो इस इलाके के हजारों लोगों को काफी मदद मिलेगी.
पुल निर्माण कराने की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि यहां सिर्फ पुल की समस्या ही नहीं है. पुल के साथ-साथ सड़क की समस्या भी है जो जले पर नमक छिड़कने के समान है. एक तो पुल का आधा अधूरा निर्माण हुआ है वहीं दूसरी और सड़क की भी हालात जर्जर है. सरकार से इनकी मांग है कि जल्द से जल्द इस पुल का निर्माण कराया जाये ताकि लोगों को आवागमन में सुविधा हो.