कटिहारः वाहनों पर जाति, धर्म, पद, पेशा का नाम लिखना मोटर व्हीकल कानून का उल्लंघन है. ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का सख्त निर्देश है. इसके बावजूद कटिहार में इसका अनुपालन नहीं हो रहा है. वाहन चालक सड़कों पर खुलेआम इस तरह का नाम लिखा कर प्रशासन को ठेंगा दिखा रहे हैं. कोरोना के चलते ऐसे लोगों पर कार्रवाई भी नहीं हो रही है. वहीं पुलिस ने चेतावनी देकर ऐसे वाहन चालकों को जल्द से जल्द नाम हटाने का निर्देश दिया है.
मोटर व्हीकल कानून का उल्लंघन
परिवहन विभाग के नियमों के मुताबिक नंबर प्लेट पर ऐसा कुछ भी लिखना कानून के खिलाफ है. यहां तक की नंबर प्लेट पर नंबर भी सामान्य समझे जाने वाले लिपि में लिखी होनी चाहिए, पर नंबर लिखवाने में वाहन धारक अपनी रुचि के हिसाब से कई तरह के अंकों और रंगों का इस्तेमाल करते हैं. वाहनों पर लगे इन विधि विरुद्ध नंबर प्लेटों पर यातायात पुलिस की नजर पड़ चुकी है और चौक-चौराहों पर चेकिंग के दौरान इन्हें पकड़कर जुर्माना वसूलने के साथ वाहन धारक को लिखे हुए शब्दों को मिटाने को कहा जा रहा है.
सुप्रीम कोर्ट का सख्त निर्देश
कटिहार के सड़कों पर भी देखा जा रहा है कि वाहन धारक अपने वाहनों पर जातिसूचक नाम समेत कई ऐसे नाम लिखे जा रहे हैं, जो पूरी तरह गलत है और यह मोटर व्हीकल कानून का उल्लंघन है. दोपहिया और चार पहिया वाहनों में कहीं प्रेस तो कोई पुलिस, सरकारी नौकरी, मदर एंड फादर गिफ्ट, महाकाल, धार्मिक चिन्ह सहित अन्य प्रकार के शब्द लिखे मिलने आम बात हो गई है और इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त निर्देश दिया है कि ऐसे लोगों पर कार्रवाई करें. बावजूद जिले में ऐसे लोगों के विरुद्ध अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन करने पर भारी जुर्माना
इस बाबत ईटीवी भारत ने ऐसे लोगों से बात की तो लोगों ने बताया कि इस बात की हमें कोई जानकारी नहीं है कि वाहनों में किसी तरह का नाम लिखने पर मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन माना जाता है और उस पर भारी जुर्माना है. वहीं कुछ लोगों को इस बात की जानकारी होते हुए भी उन्होंने कई तरह के नाम लिखवाए हैं और उसे गलती मानते हुए उन्होंने इसे मिटाने की बात कही.
नामों को हटाने का निर्देश
जब इस मामले में हमने कटिहार ट्रैफिक डीएसपी जयप्रकाश नारायण से बात की तो उन्होंने बताया कि अभी कोरोना काल चल रहा है और कोरोना काल में वैसे वाहन चालकों को चेतावनी देकर छोड़ दिया जा रहा है. उस तरह के नामों को हटाने का निर्देश भी दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि ऐसे वाहन चालक फाइन नहीं देना चाहते और जुर्माना लगाने पर हंगामा शुरू कर देते हैं.