कटिहार: राज्य में लगातार हो रही बारिश ( Monsoon In Bihar ) के कारण सीमांचल में नदियां उफान पर हैं. कटिहार में महानंदा नदी ( Mahananda River ) का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. जिस कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई हैं. खासकर ऐसे इलाकों में जहां पुल के अभाव में लोग नावों के जरिए ही सालों से आवागमन करते हैं. जिले के अमदाबाद प्रखण्ड इलाके में भी एक ऐसा गांव है, जहां लोग जान जोखिम में डालकर नावों की सवारी करते हैं. स्थानीय ग्रामीण वर्षों से पुल निर्माण की मांग करते आ रहे हैं लेकिन आज तक उनकी मांगे पूरी नहीं हुई.
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लोग सालों से कर हैं पुल की मांग
यह तस्वीर जिले के अमदाबाद प्रखण्ड इलाके के सबसे सुदूर इलाके दिल्ली दीवानगंज गांव की है. यहां से चंद सौ मीटरों के बाद पश्चिम बंगाल की सरहद शुरू होती है. दिल्ली दीवानगंज से होकर गुजरने वाली महानंदा नदी इस इलाके की लाइफ लाइन मानी जाती है. जिसके आसपास के बसे पंद्रह से बीस गांवों के लोग रोजाना महानंदा नदी को नावों के जरिए जान हथेली पर रखकर इस पार से उस पार करते हैं. बारिश में ऐसे सभी लोगों की परेशानी और बढ़ जाती है.
स्थानीय ग्रामीण उदय कुमार चौबे बताते हैं कि नावों के जरिए रोजाना सैकड़ों ग्रामीण इस पार से उस पार जाते हैं. आसपास के कई गांवों के लोगों के आवागमन का जरिया नाव ही होता है, लिहाजा ऐसे नदी पार करना मजबूरी है.
'पुल निर्माण को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों के पास मांग रखी गई है. कई बार आवाज भी बुलंद की गई, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला.' - विक्रमादित्य सिंह, ग्रामीण
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जलस्तर बढ़ने से हादसे की संभावना और बढ़ जाती है
जिस तरह से हाल के दिनों में नदियों का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ा है. ऐसे में इस तरह लोगों का नावों से इस पार से उस पार आवागमन करने से हादसों की संभावना बढ़ जाती है. कई बार निराशा हाथ लगने के बावजूद स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधि जल्द से जल्द उनकी समस्या का हल करेंगे.