कटिहारः जिले में पैक्स दुकानदार इस दिनों काफी परेशान हैं, क्योंकि सहकारिता विभाग ने उन्हें किसानों से हर सूरत में गेहूं अधिप्राप्ति का आदेश दिया है. लेकिन समस्या ये है कि गेहूं की कीमत खुले बाजार में जहां 2400 रुपये प्रति क्विंटल हैं. वहींं, पैक्स में इसकी कीमत 1925 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है.
...नहीं तो रद्द हो जाएगा लाइसेंस
बाजार और पैक्स की कीमतों में काफी अंतर होने के कारण किसान पैक्स की जगह खुले बाजार में अपनी फसल बेच रहे हैं. ऐसे में पैक्स दुकानों में गेहूं की खरीद नहीं हो पा रही है. जिससे सहकारिता विभाग के गेहूं खरीद के लक्ष्य का एक चौथाई भी पूरा नहीं हो पाया है.
सहकारिता विभाग ने नोटिस जारी कर कहा है कि सभी पैक्स अध्यक्षों को कम-कम से 50 क्विंटल गेहूं की अधिप्राप्ति करनी है, नहीं तो उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा.
'लक्ष्य पूरा कर पाना मुश्कित'
इस संबंध में जिले के विभिन्न पैक्सों के अध्यक्ष डीएम से बात करने समाहरणालय पहुंचे. जहां समेली प्रखंड के छोहार पैक्स अध्यक्ष विकास कुमार चौधरी ने कहा कि उनके क्षेत्र में गेहूं की उपज कम होती है. फिर पैक्स में गेहूं की कीमत भी कम है. जिस वजह से किसान बाजार में गेहूं बेच रहे है. ऐसे में विभाग की ओर दिया गया लक्ष्य पूरा कर पाना मुश्किल है.
डीएम से लगाई गुहार
वहीं, बरारी प्रखंड के सिक्कट पैक्स अध्यक्ष जियाउर रहमान बताते हैं कि किसानों को बाजार में गेहूं बेचने में ज्दाया लाभ हो रहा है. इससे पैक्स में गेहूं की खरीददारी नहीं हो पा रही है. सहकारिता विभाग के आदेश ने उन्हें परेशानी में डाल दिया हैं. उन्होंने कहा कि डीएम से अनुरोध है कि इस पर उचित फैसला लें.