कटिहार: बिहार में नियोजित शिक्षक हड़ताल पर हैं. अलग-अलग जिले में सभी शिक्षक सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर कर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. जिससे बोर्ड परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन में बाधा पहुंच रही है. वहीं, जिले में इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में योगदान नहीं देने पर अब तक 169 शिक्षकों को निलंबित किया गया हैं. इनके खिलाफ विभागीय स्तर की कार्रवाई की जा रही है. शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई पर शिक्षक संघ भड़क गया है.
'समान काम समान वेतन' को लेकर आंदोलनरत शिक्षकों ने सहयोगी शिक्षकों पर कार्रवाई के बाद सरकार से नाराजगी जाहिर की है. कटिहार के मेजर आशुतोष पार्क में माध्यमिक और हाई स्कूलों के शिक्षक 169 शिक्षकों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई पर आपातकालीन बैठक की. इस मौके पर कटिहार जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ददन सिंह ने बताया कि सरकार निलंबन की कार्रवाई कर, एफआईआर कर डरा-धमका कर काम कराना चाहती है. सरकार चाहती हैं कि शिक्षक काम पर वापस लौटे और मूल्यांकन योगदान दें. लेकिन शिक्षक सरकार के इस कदम से डरने वाले नहीं हैं.
ये भी पढ़ेंः पटना में हड़ताली नियोजित शिक्षकों ने मुंडवाया सिर, सरकार से की DNA टेस्ट की मांग
शिक्षकों ने साफ किया कि सरकार को हर हाल में 'समान काम, समान वेतन' देना होगा. इस मौके पर माध्यमिक शिक्षक संघ के नेता पवन कुमार भगत ने कहा कि विद्यालय में पूर्ण तालाबन्दी हैं. जब तक शिक्षकों को राज्यकर्मियों का दर्जा नहीं मिलेगा शिक्षक हड़ताल पर डटे रहेगें. बता दें कि नियोजित शिक्षकों के हड़ताल से शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है. पठन-पाठन ठप है और विद्यालयों में ताले लटक रहे हैं.