कटिहार: पूर्व केंन्द्रीय मंत्री और बीजेपी नेता निखिल कुमार चौधरी ने एनआरसी मुद्दे पर ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा है कि इस देश की विडंबना रही है कि लोगों ने भारत को धर्मशाला समझ लिया है. उन्होंने कहा कि जो आ जाये, इस धर्मशाला में ठहर जाये. उसको कोई पूछने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि पहले भी कुछ कार्रवाई हुई है. लेकिन जब से केंद्र में भाजपा की सरकार आयी है, तो यह पहले से तय था कि इस देश को धर्मशाला नहीं बनने देंगे.
'बाहर से आने वाले लोग आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हैं'
निखिल कुमार चौधरी ने कहा कि जो यहां के रहने वाले हैं. उसको सारी सुविधाएं मिलेंगी. उसके विकास के लिये सारे आयाम प्रस्तुत किये जायेंगे. लेकिन जो बाहर से छुपे रूप से आकर यहां बसते हैं, वह एक तो यहां के आर्थिक उन्नति को बर्बाद करते हैं, दूसरा आज जो आतंकवाद का साया हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह के आने वाले लोग आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हैं.
'पूरे देश में लागू होना चाहिये एनआरसी'
बीजेपी नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की है कि यहां एक भी बाहरी को नहीं रहने देंगे. इसका दूसरा अर्थ यह है कि एक भी विदेशी विदाउट परमिशन भारत में नहीं रहेगा. उसे इस देश के अंदर रहने का अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि एनआरसी सिर्फ असम के लिये नहीं, बल्कि यह एक शुरुआत है और यह पूरे देश में लागू होने वाली है. इसके साथ ही पूर्व केन्द्रीय मंत्री निखिल कुमार चौधरी ने कहा कि भारत में जो कोई भी बाहरी आया है. उसको बाहर जाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि एनआरसी बिहार ही नहीं पूरे देश में लागू होना चाहिये.