कटिहारः बिहार के मधेपुरा के दीनापट्टी सलखुआ के मुखिया दिलीप कुमार की हथियारबंद अपराधियों द्वारा दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या के बाद सूबे में गांव की सरकार की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं. इसे लेकर कटिहार में मुखिया संघ की बैठक हुई, जिसमें आये दिन हो रही हत्या और मुखियाओं के अधिकार एवं भत्ते को लेकर आवाज बुलंद की गई.
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मुखिया संघ की बैठक आयोजितः कटिहार के चंद्रकला गार्डन में जिला मुखिया संघ की बैठक आयोजित हुई. इस मौके पर एमएलसी अशोक अग्रवाल ने बताया कि सूबे में आये दिन किसी ना किसी इलाके के मुखिया समेत अन्य जनप्रतिनिधी अपराधियों की गोली का शिकार हो रहे हैं. हाल ही में मधेपुरा, मुरलीगंज, दीनापट्टी, सलखुआ के मुखिया दिलीप कुमार की गोली मार कर हत्या कर दी गई. इससे पहले कटिहार समेत कई जनप्रतिनिधि गोलियों के शिकार हुए हैं. अपराधी बेलगाम हो चुके हैं.
"केन्द्र सरकार की ओर से पंचायतों के विकास के लिये जो राशि आवंटित की जा रही है, उसका अन्य योजनाओं में समायोजन कर राशि की लूटखसोट की जा रही है. कमीशनखोरी का बोलबाला है, कोई किसी की नहीं सुन रहा है. अफसरशाही हावी है. पंचायती राज व्यवस्था के तहत जनप्रतिनिधियों को उसके समुचित अधिकार नहीं मिल रहे हैं"- अशोक अग्रवाल, एमएलसी
जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा की सरकार से मांगः एमएलसी अशोक अग्रवाल ने बताया कि पंचायतों में एक मामूली सी कबीर अंत्येष्टि योजनाओं के लाभ भी लोगों तक पहुंचाने के लिये अपनी जेब से देना पड़ रहा है. उन्होंने मुखिया समेत अन्य जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा की सरकार से मांग की है, साथ ही कई जिले में बेलगाम अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी की गई.