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नगर निगम की बड़ी लापरवाही, कचरा से जैविक खाद बनाने के लिए लाई गई मशीन बनी कबाड़ - Machine brought in for garbage disposal

कटिहार में नगर निगम की ओर से कचरा निस्तारण कर जैविक खेता के लिए खाद तैयार करने के लिए निगम ने दो मशीनें खरीदी थी. लेकिन ये मशीनें पिछले एक साल से कबाड़ में तब्दील हो रही है.

मशीन
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Published : Feb 28, 2020, 8:16 PM IST

कटिहार: शहर में कूड़े का निस्तारण करने के लिए नगर निगम लगातार कार्यरत है. निगम कूड़े का निस्तारण कर जैविक खाद में तब्दील करने की तैयारी में है. जिससे किसानों को कम लागत में खाद प्राप्त हो सके. इसके लिए निगम की ओर से दो मशीन भी खरीदी गई. लेकिन इन सबके बावजूद निगम की ओर से लाई गई मशीन पिछले एक साल से कबाड़ में तब्दील हो रही है.

जिस उद्देश्य से नगर निगम ने दो मशीनें खरीदी थी, वह पिछले 1 साल से कबाड़ में तब्दील हो रही है. नगर निगम का मानना है शहरों से उठाए गए कचरों से खाद निर्माण किया जाएगा और उसे कम दर पर किसानों को दिया जाएगा. नगर निगम का यह भी कहना है कि कुछ ही दिनों में खाद निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. लेकिन इन सबसे जो बात सामने आती है वो है कि पिछले एक साल से कबाड़ में तब्दील हो रही मशीन क्या किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी या फिर निगम की ओर से कोई पहल की जाएगी.

देखें रिपोर्ट

जैविक खाद के लिए किया गया काम
बता दें कि शहर को कचरों से निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने 2 मशीनें खरीदी. इन मशीनों की मदद से कूड़ा-कचरा का निस्तारण कर किसानों की मदद के लिए जैविक खेती के लिए खाद तैयार किया जाएगा. जिससे किसानों को कम लागत में खाद मिल सके.

2 टन से ज्यादा उठता कचरा
निगम के मुताबिक शहर में प्रतिदिन 2 टन से भी अधिक कचरा उठाया जाता है. उसे डंपिंग यार्ड में डंप कर दिया जाता है. जिसमें फल और सब्जी, फूल और घर, होटलों के खाद पदार्थों के ऑर्गेनिक कचरे रहते हैं.

कटिहार: शहर में कूड़े का निस्तारण करने के लिए नगर निगम लगातार कार्यरत है. निगम कूड़े का निस्तारण कर जैविक खाद में तब्दील करने की तैयारी में है. जिससे किसानों को कम लागत में खाद प्राप्त हो सके. इसके लिए निगम की ओर से दो मशीन भी खरीदी गई. लेकिन इन सबके बावजूद निगम की ओर से लाई गई मशीन पिछले एक साल से कबाड़ में तब्दील हो रही है.

जिस उद्देश्य से नगर निगम ने दो मशीनें खरीदी थी, वह पिछले 1 साल से कबाड़ में तब्दील हो रही है. नगर निगम का मानना है शहरों से उठाए गए कचरों से खाद निर्माण किया जाएगा और उसे कम दर पर किसानों को दिया जाएगा. नगर निगम का यह भी कहना है कि कुछ ही दिनों में खाद निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. लेकिन इन सबसे जो बात सामने आती है वो है कि पिछले एक साल से कबाड़ में तब्दील हो रही मशीन क्या किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी या फिर निगम की ओर से कोई पहल की जाएगी.

देखें रिपोर्ट

जैविक खाद के लिए किया गया काम
बता दें कि शहर को कचरों से निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने 2 मशीनें खरीदी. इन मशीनों की मदद से कूड़ा-कचरा का निस्तारण कर किसानों की मदद के लिए जैविक खेती के लिए खाद तैयार किया जाएगा. जिससे किसानों को कम लागत में खाद मिल सके.

2 टन से ज्यादा उठता कचरा
निगम के मुताबिक शहर में प्रतिदिन 2 टन से भी अधिक कचरा उठाया जाता है. उसे डंपिंग यार्ड में डंप कर दिया जाता है. जिसमें फल और सब्जी, फूल और घर, होटलों के खाद पदार्थों के ऑर्गेनिक कचरे रहते हैं.

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