कटिहार: जिले के सभी 7 विधानसभा सीटों को लेकर महागठबंधन और एनडीए में उम्मीदवारों की घोषणा हो चुकी है. वहीं इस बार के विधानसभा चुनाव में लोजपा एनडीए से अलग होकर 143 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रही है. बरारी विधानसभा सीट पर एनडीए की ओर से जदयू के टिकट पर विजय सिंह को उम्मीदवार बनाया है, जिस कारण बीजेपी के पूर्व विधायक विभाष चंद्र चौधरी नाराज होकर लोजपा का दामन थाम लिए और लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.
बीजेपी के पूर्व विधायक लोजपा में हुए शामिल
बता दें कि विभाष चंद्र चौधरी बीजेपी के टिकट से लगातार दो बार (2005 और 2010) में विधायक रहे. लेकिन इस बार के चुनाव में सीट शेयरिंग के अंतर्गत एनडीए ने यह सीट जदयू को दे दिया, जिस कारण पार्टी से नाराज होकर बीजेपी के पूर्व विधायक लोजपा का दामन थाम लिए. बता दें कि विभाष चंद्र चौधरी बीजेपी में पिछले कई सालों से जुड़े हुए हैं और तीन बार कटिहार जिला अध्यक्ष के रूप में प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला.
भ्रष्टाचार की समाप्ति करना हमारा कर्तव्य
लोजपा प्रत्याशी और पूर्व बीजेपी विधायक बिभाष चंद्र चौधरी ने बताया 'बिहारी फर्स्ट-बिहार फर्स्ट' एजेंडे को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी विधानसभा का चुनाव लड़ रही है. बेरोजगार और युवाओं को रोजगार मिले, बेरोजगारी दूर हो लोजपा का एकमात्र उद्देश्य है. बिहार में सुशासन, अच्छा शासन हो और भ्रष्टाचार की समाप्ति हो और इसको रोकना ही हमारा परम कर्तव्य है.
प्रधानमंत्री लोजपा को मानते हैं एनडीए का हिस्सा
आगे उन्होंने बताया कि हम एनडीए का हिस्सा है, प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी लोजपा को एनडीए का हिस्सा मान रहे हैं. जब प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष हमें एनडीए का हिस्सा मान रहे हैं तो बिहार के उपमुख्यमंत्री को जो कहना है कहें. इन्होंने दावा किया है कि बरारी विधानसभा में इस बार लोजपा की टक्कर सीधा आरजेडी के उम्मीदवार से होगी और जदयू के उम्मीदवार कहीं भी टक्कर में नहीं है.