कटिहार: केंद्र सरकार ने हजारों खाताधारकों के एकाउंट में वित्तीय मदद भेजी है. जिसे लेने के लिए बैंकों के सामने जगह -जगह लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है. लेकिन डाक विभाग ने लोगों की इस परेशानी को खत्म कर दिया हैं. यदि किसी को पैसे की जरूरत है और बैंकिंग के झंझटों से दूर रहना चाहते हैं तो डाक विभाग की इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक आपकी समस्याओं का निदान है. जहां आप बिना एकाउंट के भी पोस्ट ऑफिस से दस हजार तक की रकम निकाल सकते हैं. इसमें खास बात ये है कि यह सुविधा किसी भी डाकघर या गांव के नजदीकी पोस्ट ऑफिस या विलेज पोस्टमैन से भी ले सकते हैं. इस दौरान आपके बैंक एकाउंट आधार से लिंक होना जरूरी हैं.
कटिहार डाक प्रमंडल के उपाअधीक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि पोस्ट ऑफिस की इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक सुदूर ग्रामीण इलाके तक फैली है. जो ग्राहक पोस्ट ऑफिस के हैं या नहीं है. उन्होंने कहा कि किसी भी बैंक के ग्राहक होने के बाबजूद भी उनके बगल के गांव के जो भी डाकघर हैं, उससे पैसा प्राप्त कर सकतें हैं. उन्होंने बताया कि कटिहार डाक प्रमंडल के जो भी डाकघर हैं, उसको सख्त हिदायत दी गयी हैं कि ऐसे किसी भी खाताधारी जो उनके पास आएंगे. उसकी सेवा प्राथमिकता दी जाएगी.
बैंक अधिकारी ने दी जानकारी
मुकेश कुमार ने लोगों से अपील करते हुए बताया कि अनावश्यक भीड़ ना लगाएं और बेवजह भीड़ को इकट्ठा ना होने दें. उन्होंने बताया कि लॉक डाउन के दरम्यान कटिहार डाक प्रमंडल ने लोगों के बीच पचास लाख रुपये से अधिक का भुगतान कर चुका हैं और पोस्ट ऑफिस आने वाले समय मे बड़े पैमाने पर भुगतान करेगा. जबकि कटिहार डाक प्रमंडल के अन्तर्गत आने वाले किशनगंज डाक विभाग ने लॉक डाउन के दौरान 35 लाख रुपये से ज्यादा का भुगतान कर चुका है. वहीं, किशनगंज जिला डाक अधीक्षक राजीव कुमार ने बताया कि इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक लोगों की हर समस्याओं का समाधान हैं.
पीएम मोदी की पहल
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सितंबर 2018 में हर घर तक बैंकिंग सेवा पहुंचाने के मकसद से इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की शुरुआत की थी. जो इस समय देश के 1.30 लाख ग्रामीण शाखाओं में हैं. जबकि 1.55 लाख एक्सेस पॉइन्ट हैं. कोरोना महामारी जैसे संकट की घड़ी में जब लोगों को लॉक डाउन के दरम्यान घरों के अंदर रहने की सख्त हिदायत है.