कटिहार: नगर निगम की लापरवाही का खामियाजा इनदिनों जिले के ग्रीनशॉप पाड़ा में रहने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है. पहले ही कोरोना के कारण लोगों का जीवन मुहाल हो रखा है वहीं अब निगम की अनदेखी के कारण लोगों की जान पर बन आई है. ग्रीनशॉप पाड़ा की मुख्य सड़कों के किनारे गड्ढों को इनदिनों कचड़े का डम्पिंग जोन बना दिया गया हैं.
स्थानीय लोगों को कचड़े के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं. लोगों का अपने घरों में रहने के साथ पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. लोगों ने इसको लेकर कई बार शिकायत की. उन्होंने जिला प्रशासन से जल्द से जल्द इस समस्या से निजात दिलाने की मांग की है.
निगम के लोग कर रहे मनमानाी
ग्रीनशॉप पाड़ा में एक ओर रेलवे कर्मचारियों का क्वार्टर हैं और दूसरी ओर नगर निगम का वार्ड संख्या 15 है. जहां दर्जनों परिवार रह रहे हैं. इलाके के बीत से जो सड़क गुजरती है वह बघुआबाड़ी, छीटाबाड़ी इलाके होते हुए शहर के दूसरे हिस्से को जोड़ती है. ग्रीनशॉप पाड़ा से महज थोड़ी ही दूरी पर कटिहार-पूर्णिया मुख्य लाइन गुजरती है. ग्रीनशॉप पाड़ा और रेल क्वार्टर के बीच कुछ गड्ढेनुमा जगह है जिसपर आजकल नगर निगम के कर्मचारी मनमानी कर रहे हैं.
जीना हुआ मुहाल
जानकारी के मुताबिक पूरे शहर के कचड़े को इसी इलाके में डंप किया जा रहा है. जिससे आसपास के लोगों का क्वार्टर में रहना दूभर हो गया है. कचड़े के दुर्गन्ध से लोगों को पैदल भी चलने में काफी परेशानी होती है. स्थानीय अभय सिंह बताते हैं कि इस कचड़े ने जिन्दगी को परेशानी में डाल दिया है. कचड़े से निकलने वाले बदबू ने तो सांस भी लेना मुश्किल कर दिया है.
लोगों ने बताई आपबीती
वहीं, स्थानीय शोभा देवी बताती हैं कि कई बार कचड़े के ट्रैक्टर वाले को यहां कचड़ा गिराने से मना किया गया लेकिन वह जबरन कचड़ा गिरा रहा है. स्थानीय कुंदन कुमार बताते हैं कि कोरोना काल में भी घरेलू सामान खरीदने बाहर निकलना पड़ता है और रास्ते की दुर्गन्ध ने सांस लेना भी दूभर कर दिया है. उन्होंने जिला प्रशासन से जल्द से जल्द समस्या से निजात दिलाने की मांग की.