कटिहार: जिले का नवनिर्मित बस स्टैंड कचरों का डंपिंग यार्ड बना हुआ है. 3 महीने से यहां के आसपास के लोग काफी परेशान हैं. मिली जानकारी के अनुसार कचरे के ढेर में कई दिनों से आग लगी हुई है. जिसकी वजह से इससे निकलने वाली प्रदूषित हवा के कारण आसपास के लोगों को काफी दिक्कत होती है.
वहीं, कई लोग बीमार भी हो गए हैं. शहर से 5 किलोमीटर दूर उदामा रेखा में मौजूद नवनिर्मित बस स्टैंड में कूड़ा-कचरा डंप किया जाता है. जिससे आसपास के रहने वाले लोग काफी परेशान हैं. इससे निकलने वाली बदबू और प्रदूषित हवा के कारण लोग बीमार हो रहे हैं.
साफ-सफाई पर नहीं दिया जा रहा ध्यान
शहर के सभी 45 वार्ड का कूड़ा, कचरा, मैला पिछले 4 सालों से यहीं पर डंप किया जाता है और स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य को नजरअंदाज किया जा रहा है. बता दें हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डीएम को नवनिर्मित बस स्टैंड से बसों का परिचालन शुरू करने का निर्देश दिया था. जिसके बाद यहां से बसों का परिचालन शुरू भी हुआ. लेकिन यहां पर साफ-सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है.
पूरे शहर का कचरा यहीं पर डंप किया जाता है. जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी होती है. इतना ही नहीं बदबू के कारण यात्री भी इस बस स्टैंड में नहीं आना चाहते हैं. इसके बावजूद नगर निगम और जिला प्रशासन ने अभी तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है.
कई लोग हुए बीमार
स्थानीय निवासी गिरधारी पासवान ने बताया कि पिछले कई महीने से इस कूड़े के ढेर में आग लगी हुई है. इससे निकलने वाले बदबू के कारण आसपास के लोग काफी परेशान रहते हैं और इससे कई लोग बीमार भी हो चुके हैं. इसके बावजूद अभी तक जिला प्रशासन और नगर निगम ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया है. स्थानीय लोगों ने कई बार इसकी शिकायत भी की है. इसके बावजूद कोई ठोस पहल नहीं की गई है. लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द नगर निगम और जिला प्रशासन इस इलाके में साफ-सफाई पर ध्यान दें.
![katihar](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-kat-02-bus-stand-dump-yard-pkg-7203364_21042020121455_2104f_00748_408.jpg)
बता दें साल 2015 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवनिर्मित बस स्टैंड का उद्घाटन किया था. तब से 5 साल गुजरने के बाद भी बसों का परिचालन शुरू नहीं हुआ था. तब से अब तक यहां पर कचरों का डंपिंग यार्ड बना हुआ था. लेकिन मार्च 2020 में जिला प्रशासन के सहयोग से इस बस स्टैंड से बसों का परिचालन तो शुरू हो गया. लेकिन अभी भी यहां पर शहर का कचरा डंप किया जाता है. जिससे स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है.