कटिहार: जिले में किसान सलाहकारों का आंदोलन और उग्र हो गया है. इसी कड़ी में मंगलवार को किसान सलाहकारों ने अपनी मांगों को लेकर जिला कृषि कार्यालय का घेराव किया है. इस दौरान उन्होंने सरकार से गुहार लगाते हुए कहा कि जब विभाग नियमित कर्मियों की तरह हमसे सेवा लेता है और समय-समय पर हमें मजिस्ट्रेट तक बना दिया जाता है, तो फिर हमें नियमित क्यों नहीं किया जाता है.
किसान सलाहकारों ने कृषि कार्यालय का किया घेराव
कटिहार जिला कृषि कार्यालय में आज जिले की 16 प्रखंडों के सभी किसान सलाहकारों ने कार्यालय का घेराव किया है. इस मौके पर कटिहार जिला किसान सलाहकार संघ के जिलाध्यक्ष मो. हुसैन अली ने बताया कि किसान सलाहकार कृषि विभाग के मजबूत आधार स्तंभ है. उन्होंने कहा कि विभाग कृषि सलाहकारों से तकनीकी और गैर तकनीकी सभी प्रकार के कार्य लेता है और समय-समय पर कृषि सलाहकारों को पदाधिकारी भी बनाकर ड्यूटी करा ली जाती है, लेकिन इतने सारे योगदान के बाद भी विभाग हमें अपना कर्मी नहीं मानता. उन्होंने कहा कि अगर विभाग हमें नियमित कर्मी का दर्जा नहीं दे सकता, तो कम से कम संविदाकर्मी की ही घोषणा कर दें.
कृषि विभाग के महत्वपूर्ण अंग बने किसान सलाहकार
बता दें कि कृषि विभाग में बीते कई वर्षों से कनीय कर्मचारियों की सीधे नियुक्ति नहीं की गयी है, जिसके चलते विभाग में सैकड़ों पद रिक्त पड़े है. वहीं, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किसानों को खेती में मदद के लिये किसान सलाहकारों की जो नियुक्ति की गयी थी उन किसान सलाहकारों से कृषि विभाग कर्मी जैसा ही कार्य लेने लगा है और अब धीरे-धीरे जमीनी स्तर पर किसान सलाहकार विभाग के एक महत्वपूर्ण अंग बन गये है.