कटिहार: बिहार में मॉनसून ने दस्तक दे दी है. मॉनसून आने के साथ ही जिले के सभी किसान अपने-अपने खेतों में धान की रोपनी करने में जुट गए हैं. सूबे में पिछले दो-तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से किसानों के चेहरे पर खुशियां साफ दिखने लगी है.
किसानों में खुशी का माहौल
पिछले कुछ दिनों से सूबे के हर जिले में लगातार बारिश हो रही है. जहां दो-तीन दिन पहले तक किसानों के चेहरे मुरझाए हुए थे वहीं अब किसानों के चेहरे पर खुशियां दिखने लगी है. पुनर्वसु नक्षत्र के पहले दिन से ही आसमान से पानी बरस रहा है. इससे खेतों में मर रहे बिचरों को संजीवनी भी मिल गई है. किसान धान की रोपनी में जुट गए हैं.
बारिश नहीं होने से चिंतित थे किसान
जिले में लगभग 40% रोपनी हो चुकी है. किसान इस बात से चिंतित थे कि अगर पिछले साल की तरह इस बार भी बारिश नहीं हुई तो धान के फसल बर्बाद हो जाएंगे. ऐसे में किसानों को आर्थिक तंगी से भी गुजरना पड़ेगा. किसान बताते हैं इस बारिश के कारण उनकी जेब ढीली होने से बच गई.
डीजल और मोटर पंप से नहीं करना पड़ेगा पटवन
किसानों का कहना है कि अगर बारिश नहीं होती तो डीजल और मोटर पंप के जरिए धान की रोपनी करनी पड़ती. इसमें काफी पैसे खर्च होते हैं. लेकिन बारिश होने से धान की रोपनी में अभीतक एक रूपये भी खर्च नहीं हुआ है. आने वाले कुछ दिनों तक डीजल और मोटर पंप से धान के फसल की पटवन नहीं करनी पड़ेगी.