कटिहार: बिहार में कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस ने नयी मुसीबत पैदा कर दी है. कोरोना वायरस से उबर चुके मरीजों में घातक ब्लैक फंगस या म्युकर माइकोसिस संक्रमण पाया जा रहा है. कटिहार में सरकारी अस्पताल के डॉक्टर के ब्लैक फंगस के शिकार होने के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया. फिलहाल पीड़ित डॉक्टर का हरियाणा में इलाज चल रहा है.
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ब्लैक फंगस की चपेट में आए डॉ राजीव नयन
दरअसल पूरा मामला जिले के बारसोई रेफरल अस्पताल का है. जहाँ पदस्थापित डॉ.राजीव नयन के ब्लैक फंगस की चपेट में आने की खबर के बाद हड़कंप मच गया है. बताया जा रहा है कि बीते 25 अप्रैल को डॉ.राजीव नयन की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आया था. जिसके बाद वह होम आइसोलेशन में पटना चले गये. जहां कुछ दिनों बाद उनकी हालत और बिगड़ती चली गयी. जिसके बाद परिजनों ने उन्हें पटना एम्स में भर्ती कराया. जहाँ चिकित्सकों ने उन्हें ब्लैक फंगस का मरीज बताया. जिसके बाद पीड़ित की हालत और बिगड़ती चली गयी. परिजनों ने बेहतर इलाज के लिये हरियाणा लेकर चले गये.
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बारसोई अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ.एम ए उस्मानी ने बताया कि वह डॉक्टर राजीव नयन के परिजनों से टच में हैं और फिलहाल इलाजरत हैं.