कटिहार: जिले में सांसों के सौदागरों से मीठे रिश्ते रखने वाले रेल कर्मियों के खिलाफ रेल प्रबंधन ने कड़ा रुख अख्तियार किया हैं. मंडल रेल प्रबंधक ने जहां लापरवाही के आरोप में अपने दो पार्सल क्लर्क को सस्पेंड कर दिया हैं. तो वहीं अब आरोपी कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जायेगी. रेल प्रबंधन के इस फैसले से अन्य कर्मचारियों में हड़कम्प है.
दरअसल, पूरा मामला कटिहार रेल जंक्शन का हैं, जहां बीते रविवार की रात स्थानीय सदर प्रशासन ने लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस से उतारे गये 226 ऑक्सीजन सिलेंडर को चार पहिये वाहन पर लोड करते पकड़ा गया. बताया जाता है कि प्रशासन ने सभी ऑक्सीजन सिलेंडर को वैसे गेट से पकड़ा, जहां केवल वीवीआइपी मूवमेंट पर ही खोला जाता हैं. आम जनता तो क्या, रेलवे के कनीय स्तर के अधिकारी भी इस वीवीआईपी गेट से पास नहीं कर सकते.
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स्थानीय रेल कर्मियों की मदद से सारे ऑक्सीजन सिलेंडर रात के अंधेरे में वीवीआईपी गेट के जरिये पास कराये जा रहे थे, जबकि नियमानुसार जब कोई पार्सल ट्रेन से स्टेशनों पर उतारी जाती हैं तो उक्त पार्सल सामान को पार्सल ऑफिस होते हुए सिविल एरिया में निकासी की जाती है. कटिहार मंडल रेल प्रबंधक रविन्द्र कुमार वर्मा ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है.
कटिहार मंडल रेल प्रबंधक रविन्द्र कुमार वर्मा ने बताया कि जांच के दौरान यदि किसी अन्य कर्मचारी की संलिप्तता सामने आती है, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी.