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कटिहार: इलाज के दौरान प्रसूता की मौत, परिजन बोले- डेंटिस्ट करते हैं सदर अस्पताल में इलाज

सदर अस्पताल में इलाज के दौरान प्रसूता की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है.

इलाज के दौरान प्रसूता की मौत
इलाज के दौरान प्रसूता की मौत
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Published : Aug 31, 2020, 3:45 PM IST

कटिहार: जिले में रविवार को सदर अस्पताल में इलाज के दौरान एक प्रसूता की मौत हो गई. परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों की मानें तो सदर अस्पताल में डेंटिस्ट मरीजों का इलाज करते हैं. इलाज के दौरान प्रसूता की मौत हो गई जबकि नवजात स्वस्थ है.

कटिहार सदर अस्पताल
कटिहार सदर अस्पताल

परिजनों ने बताया कि प्रसूता नाजनीन खातून सुबह 7 बजे सदर अस्पताल में भर्ती हुई थी. बरारी रेफरल अस्पताल में उसका प्रसव कराया गया था. प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा दोनों ठीक थे. लेकिन रविवार की सुबह प्रसूता की तबीयत खराब होने लगी और उसे बेहतर इलाज के लिए कटिहार सदर अस्पताल रेफर कर दिया. जहां उसकी मौत हो गई.

डॉक्टर डीएन पांडे, सिविल सर्जन
डॉक्टर डीएन पांडे, सिविल सर्जन

डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
मृतक के परिजनों का आरोप है प्रसूता को भर्ती करने के बाद करीब 2 घंटे के बाद टिस्ट डॉक्टर उसे देखने आए. थोड़ा बहुत इलाज हुआ और इलाज के दौरान प्रसूता की तबीयत और खराब होने लगी. जिसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. घटना के बाद मृतक के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. मामले में सिविल सर्जन डॉक्टर डीएन पांडे ने बताया कि मरीज का उचित समय पर इलाज किया गया. उसकी स्थिति पहले ही दयनीय हो चुकी थी. इलाज में किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं की गई है.

कटिहार: जिले में रविवार को सदर अस्पताल में इलाज के दौरान एक प्रसूता की मौत हो गई. परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों की मानें तो सदर अस्पताल में डेंटिस्ट मरीजों का इलाज करते हैं. इलाज के दौरान प्रसूता की मौत हो गई जबकि नवजात स्वस्थ है.

कटिहार सदर अस्पताल
कटिहार सदर अस्पताल

परिजनों ने बताया कि प्रसूता नाजनीन खातून सुबह 7 बजे सदर अस्पताल में भर्ती हुई थी. बरारी रेफरल अस्पताल में उसका प्रसव कराया गया था. प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा दोनों ठीक थे. लेकिन रविवार की सुबह प्रसूता की तबीयत खराब होने लगी और उसे बेहतर इलाज के लिए कटिहार सदर अस्पताल रेफर कर दिया. जहां उसकी मौत हो गई.

डॉक्टर डीएन पांडे, सिविल सर्जन
डॉक्टर डीएन पांडे, सिविल सर्जन

डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
मृतक के परिजनों का आरोप है प्रसूता को भर्ती करने के बाद करीब 2 घंटे के बाद टिस्ट डॉक्टर उसे देखने आए. थोड़ा बहुत इलाज हुआ और इलाज के दौरान प्रसूता की तबीयत और खराब होने लगी. जिसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. घटना के बाद मृतक के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. मामले में सिविल सर्जन डॉक्टर डीएन पांडे ने बताया कि मरीज का उचित समय पर इलाज किया गया. उसकी स्थिति पहले ही दयनीय हो चुकी थी. इलाज में किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं की गई है.

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