कटिहार: जिले में जल-जीवन-हरियाली अभियान की यात्रा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 6 जनवरी को कटिहार पहुंचने वाले हैं. ऐसे में जिला प्रशासन की तरफ से जिले के सभी तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है. जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार अभी तक 200 से अधिक तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा चुका है. लेकिन मनरेगा पार्क की बदहाल स्थिति को देखकर कहा जा सकता है कि तालाबों की साफ-सफाई के नाम पर सिर्फ जिला प्रशासन की तरफ से कोरम पूरा किया जा रहा है.
तालाबों की हालत बदतर
कोढ़ा प्रखंड के कोलासी गांव में मौजूद जिले का एकमात्र मनरेगा पार्क जो पिछले 4 सालों से साफ-सफाई के कारण बदहाल था. ईटीवी भारत की खबर के बाद जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए तालाबों को साफ कराया. लेकिन साफ-सफाई के 6 दिन बाद तलाब में कूड़े कचरे का अंबार लगा हुआ है. दरअसल, 23 लाख रुपए की लागत से बने मनरेगा पार्क का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2013 में किया था. लेकिन उद्घाटन के 3 साल बाद पार्क और तालाबों की हालत खराब हो गई है.
तालाबों की कराई गई साफ-सफाई
ईटीवी भारत की खबर पर उप विकास आयुक्त वर्षा सिंह ने अपने अधिकारियों को इसे साफ-सफाई करवाने का आदेश दिया था. साफ-सफाई भी किया गया. लेकिन साफ-सफाई के नाम पर सिर्फ यहां कोरम पूरा किया गया है. मनरेगा पार्क बनाने का मुख्य उद्देश इलाके में मनरेगा योजना को धरातल पर लाना था. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही की वजह से पार्क की स्थिति बदहाल हो गई है. पार्क के अंदर काम करने वाले मनरेगा मजदूर त्रिलोकी मुंडा बताते हैं कि मनरेगा विभाग की तरफ से 6 दिन पहले तालाबों की साफ-सफाई कराई गई थी.