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कटिहार: CM के निरीक्षण से पहले साफ कराए गए तालाब, फिर भी जमा है कूड़ा

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Published : Jan 3, 2020, 5:28 PM IST

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 6 जनवरी दिन सोमवार को कटिहार पहुंचने वाले हैं. ऐसे में जिला प्रशासन की तरफ से जिले के सभी तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है.

तालाब
तालाब

कटिहार: जिले में जल-जीवन-हरियाली अभियान की यात्रा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 6 जनवरी को कटिहार पहुंचने वाले हैं. ऐसे में जिला प्रशासन की तरफ से जिले के सभी तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है. जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार अभी तक 200 से अधिक तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा चुका है. लेकिन मनरेगा पार्क की बदहाल स्थिति को देखकर कहा जा सकता है कि तालाबों की साफ-सफाई के नाम पर सिर्फ जिला प्रशासन की तरफ से कोरम पूरा किया जा रहा है.

katihar
मनरेगा सोशल पार्क

तालाबों की हालत बदतर
कोढ़ा प्रखंड के कोलासी गांव में मौजूद जिले का एकमात्र मनरेगा पार्क जो पिछले 4 सालों से साफ-सफाई के कारण बदहाल था. ईटीवी भारत की खबर के बाद जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए तालाबों को साफ कराया. लेकिन साफ-सफाई के 6 दिन बाद तलाब में कूड़े कचरे का अंबार लगा हुआ है. दरअसल, 23 लाख रुपए की लागत से बने मनरेगा पार्क का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2013 में किया था. लेकिन उद्घाटन के 3 साल बाद पार्क और तालाबों की हालत खराब हो गई है.

मनरेगा सोशल पार्क में जमा है कूड़ा

तालाबों की कराई गई साफ-सफाई
ईटीवी भारत की खबर पर उप विकास आयुक्त वर्षा सिंह ने अपने अधिकारियों को इसे साफ-सफाई करवाने का आदेश दिया था. साफ-सफाई भी किया गया. लेकिन साफ-सफाई के नाम पर सिर्फ यहां कोरम पूरा किया गया है. मनरेगा पार्क बनाने का मुख्य उद्देश इलाके में मनरेगा योजना को धरातल पर लाना था. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही की वजह से पार्क की स्थिति बदहाल हो गई है. पार्क के अंदर काम करने वाले मनरेगा मजदूर त्रिलोकी मुंडा बताते हैं कि मनरेगा विभाग की तरफ से 6 दिन पहले तालाबों की साफ-सफाई कराई गई थी.

कटिहार: जिले में जल-जीवन-हरियाली अभियान की यात्रा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 6 जनवरी को कटिहार पहुंचने वाले हैं. ऐसे में जिला प्रशासन की तरफ से जिले के सभी तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है. जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार अभी तक 200 से अधिक तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा चुका है. लेकिन मनरेगा पार्क की बदहाल स्थिति को देखकर कहा जा सकता है कि तालाबों की साफ-सफाई के नाम पर सिर्फ जिला प्रशासन की तरफ से कोरम पूरा किया जा रहा है.

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मनरेगा सोशल पार्क

तालाबों की हालत बदतर
कोढ़ा प्रखंड के कोलासी गांव में मौजूद जिले का एकमात्र मनरेगा पार्क जो पिछले 4 सालों से साफ-सफाई के कारण बदहाल था. ईटीवी भारत की खबर के बाद जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए तालाबों को साफ कराया. लेकिन साफ-सफाई के 6 दिन बाद तलाब में कूड़े कचरे का अंबार लगा हुआ है. दरअसल, 23 लाख रुपए की लागत से बने मनरेगा पार्क का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2013 में किया था. लेकिन उद्घाटन के 3 साल बाद पार्क और तालाबों की हालत खराब हो गई है.

मनरेगा सोशल पार्क में जमा है कूड़ा

तालाबों की कराई गई साफ-सफाई
ईटीवी भारत की खबर पर उप विकास आयुक्त वर्षा सिंह ने अपने अधिकारियों को इसे साफ-सफाई करवाने का आदेश दिया था. साफ-सफाई भी किया गया. लेकिन साफ-सफाई के नाम पर सिर्फ यहां कोरम पूरा किया गया है. मनरेगा पार्क बनाने का मुख्य उद्देश इलाके में मनरेगा योजना को धरातल पर लाना था. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही की वजह से पार्क की स्थिति बदहाल हो गई है. पार्क के अंदर काम करने वाले मनरेगा मजदूर त्रिलोकी मुंडा बताते हैं कि मनरेगा विभाग की तरफ से 6 दिन पहले तालाबों की साफ-सफाई कराई गई थी.

Intro:कटिहार

तालाबों के साफ सफाई के नाम पर सिर्फ पूरा किया गया कोरम, मनरेगा पार्क पिछले दिनों था बदहाल, ईटीवी भारत की खबर के बाद जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए तालाबों को कराया साफ, लेकिन साफ सफाई के नाम पर सिर्फ कागजी प्रक्रिया और कोरम किया गया पूरा, साफ सफाई के 6 दिन बाद तलाब पूरी तरह बदहाल और तालाबों में कूड़े कचरे का अंबार।


Body:Anchor_ जिले के कोढ़ा प्रखंड के कोलासी गांव में मौजूद जिले का एकमात्र मनरेगा पार्क जो पिछले 4 सालों से साफ सफाई के कारण बदहाल था ईटीवी भारत के खबर के दिखाने के बाद जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए इस मनरेगा पार्क की साफ-सफाई तो कराया लेकिन यहाँ सिर्फ कोरम पूरा किया गया है।

V.O2_ दरअसल 23 लाख रुपए की लागत से बने मनरेगा पार्क का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के द्वारा 2013 में किया गया था। लेकिन उद्घाटन के 3 साल के बाद पार्क और तालाबों का हालात खराब हो गया था और देखरेख के अभाव में बदहाल हो गया था। उसके बाद ईटीवी भारत की खबर पर उप विकास आयुक्त वर्षा सिंह ने अपने अधिकारियों को इसे साफ सफाई करवाने का आदेश दिया था। साफ-सफाई भी किया गया लेकिन साफ सफाई के नाम पर सिर्फ यहां कोरम पूरा किया गया है। बता दें कि मनरेगा पार्क बनाने का मुख्य उद्देश इलाके में मनरेगा योजना को धरातल पर लाना था लेकिन अधिकारियों की लापरवाही की वजह से पार्क की स्थिति बदहाल हो गई है।

byte1_ पार्क के अंदर काम करने वाले मनरेगा मजदूर और वन पोषक त्रिलोकी मुंडा बताते हैं मनरेगा विभाग के द्वारा 6 दिन पहले तालाबों का साफ-सफाई कराया गया था।

वहीं उप विकास आयुक्त वर्षा सिंह ने ईटीवी भारत की खबर पर संज्ञान लेते हुए अपने अधिकारियों को उसे जल्द से जल्द दुरुस्त करवाने का निर्देश दिया था। निर्देश के बाद पार्क की तो साफ-सफाई हुआ लेकिन तालाब का हालात आज भी बदहाल है। साफ सफाई होने के बावजूद तालाबों में कूड़े कचरे के अंबार भरे पड़े हैं।


Conclusion:जल जीवन हरियाली अभियान की यात्रा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कटिहार पहुंचने वाले हैं ऐसे में जिला प्रशासन के द्वारा जिले के सभी तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है जिला प्रशासन का रिपोर्ट के अनुसार अभी तक 200 से अधिक तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा चुका है। लेकिन मनरेगा पार्क की बदहाल स्थिति को देखकर कहा जा सकता है कि तालाबों के साफ सफाई के नाम पर सिर्फ जिला प्रशासन के द्वारा कोरम पूरा किया जा रहा है। मनरेगा पार्क की तस्वीर बताने के लिए काफी है की तालाबों के जीर्णोद्धार के नाम पर सिर्फ पैसों का लूट खसोट हो रहा है। अब देखना होगा इस तस्वीर के आने के बाद जिला प्रशासन अपने अधिकारियों पर क्या कार्रवाई करती है।
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