कटिहार: जिले के रेल मंडल प्रबंधन ने जलालगढ़ स्टेशन से मालगाड़ियों के जरिये मवेशी तस्करी को लेकर बड़ा खुलासा किया है. रेल मंडल प्रबंधन ने अपने बयान में बताया कि पूर्णिया के जलालगढ़ स्टेशन से मालगाड़ियों के जरिये मवेशी तस्करी की बातें बेबुनियाद है.
''कुछ स्रोतों से यह बात प्रकाश में आयी थी जिसमें यह बताया गया था कि कटिहार रेल मंडल के पूर्णिया जिले के जलालगढ़ रेलवे स्टेशन, मवेशी तस्करों के लिये एक सॉफ्ट रास्ता बनने के आरोप निराधार और तथ्यहीन हैं. कटिहार मंडल के जलालगढ़ स्टेशन से दंगतल और तंगला तक मवेशी की बुकिंग, कटिहार रेल मंडल के व्यापार विकास इकाई के द्वारा अतिरिक्त राजस्व उत्पन्न कर हेतु एक पहल की गई है. योग्य पशु , चिकित्सक द्वारा जारी किये गये आवश्यक चिकित्सा प्रमाणपत्र को लोड करने से पहले प्राप्त किया जाता हैं कि मवेशी रेल यात्रा करने के लिये फिट हैं. राज्य के अधिकृत अधिकारी से दूसरे राज्य में आवाजाही के लिये नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट प्राप्त होने के बाद ही पशुओं की ढुलाई की जाती हैं''.- विजय कुमार, अपर मंडल रेल प्रबंधक, रेल मंडल
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''आम अवाम को रेलवे के द्वारा अनुचित ढुलाई की जानकारी मिलती हैं तो रेल प्रशासन को इसकी जानकारी अवश्य शेयर करे. रेल प्रशासन एहतियात के तौर पर रेल पशुओं की ढुलाई करने वाले स्टेशनों पर सीसीटीवी प्रावधान की योजना बना रही हैं.''- चौधरी विजय कुमार, अपर मंडल रेल प्रबंधक
रेल के माध्यम पशु तस्करी की बात हमेशा सामने आती रहती है. इसको लेकर समय-समय पर सवाल भी उठाए जाते रहे हैं. इस बात को लेकर अधिकारियों ने खुलासा किया है कि पशुओं का यातायात रेलवे बोर्ड की गाइडलाइंस में दी गयी है. सभी अपेक्षित प्रक्रिया और दस्तावेज को सत्यापित करने के बाद ही इंडेंट की स्वीकृति दी गयी है.