कैमूर(भभुआ): बिहार के कैमूर में एक पिता ने कुएं में गिरे अपने 'घर के चिराग' को जान पर खेलकर बचा लिया. भीषण ठंड में शायद ही दोनों की जान बच पाती अगर गांव वालों ने मदद नहीं की होती. कहते हैं कि माता-पिता अपने बच्चों के लिए कुछ भी कर सकते हैं. ये वाकया उसी कहावत को साबित करने वाला है. दरअसल, चैनपुर थाना क्षेत्र के औखरा गांव में एक लड़का कुएं में गिर गया. जब कई घंटे बीत जाने पर उसका लड़का रजनीश कुमार (18 वर्ष) घर नहीं आया तो पिता (मनु राम) ने उसे यहां-वहां ढूंढा. ग्रामीणों ने उसे अंतिम बार जहां देखा था उस रास्ते की ओर पिता निकल पड़े. इसी दौरान उन्हें कुएं में से चिल्लाने की आवाज सुनाई दी.
ये भी पढ़ें- Darbhanga Bridge Collapsed: दरभंगा में कमला नदी पर बना पुल टूटा, दो हिस्सों में बंटा
बेटे को बचाने के लिए पिता ने लगाई कुएं में छलांग: पिता को अपने बेटे की आवाज समझते देर नहीं लगी. दौड़ते-दौड़ते वो कुएं के पास पहुंचे, उन्होंने देखा कि उनका बेटा कुएं के ठंडे पानी में कांपते हुए चीख रहा है. उन्होंने बिना समय गंवाए खुद भी कुएं में छलांग लगा दी. अपने बेटे के पास पहुंचकर उसे हौसला देते रहे. इस दौरान गांव वालों ने उन्हें कुएं में कूदते हुए दूर से देख लिया. लोग शोर मचाते हुए कुएं के पास पहुंचे. दोनों ठंड की वजह से कांप रहे थे, हालत खराब हो रही थी.
पिता-पुत्र के रेस्क्यू का वीडियो: इधर गांव वाले रस्सी लेकर कुएं के पास पहुंचे. लोगों ने रस्सी कुएं में फेंकी. पिता ने अपने बेटे को रस्सी में बांधा फिर गांव वाले ऊपर से उसे खींचने लगे. पिता चाहते थे कि पहले उनका बेटा बाहर निकले. पीछे से वो भी उसे सहारा देते जा रहे थे. पिता-पुत्र के रेस्क्यू करने का वीडियो भी सामने आया है. जिसमें साफ देखा जा सकता है कि बेटा ऊपर हैं और नीचे से उनके पिता उसे सपोर्ट देकर ऊपर चढ़ने का हौसला दे रहे हैं. गांव वालों ने दोनों को कुएं से बाहर निकाल लिया.
ऐसे कुएं में गिरा था लड़का: गांव वालों के मुताबिक लड़का टहलने गया हुआ था इसी बीच कुएं के पास खड़ा होकर वो झांक रहा था, तभी उसका पैर फिसल गया और वो कुएं में जा गिरा. कुएं में पानी बहुत था. लड़के को तैरना भी नहीं आता था. लेकिन किसी तरह उसने कुएं की दीवार के सहारे खुद को डूबने से बचा रखा था. वो बीच-बीच में बचाओ-बचाओ चिल्लाता था. उसकी आवाज किसी और ने नहीं बल्कि उसी के पिता ने सुन ली. तब वो भी उसे बचाने के लिए कूद गए.
''लड़का कुएं के पाने में सतह पर था. उसने अपने हाथ से कुएं की दीवार के निकले ईंट को पकड़ रखा था. इसी वजह से वह बचा हुआ था. पिता खोजते हुए आए तो उसे कुएं में देखकर खुद भी बचाने कूद गए. इतने में पूरा गांव कुएं के पास पहुंच गया. रस्सी के सहारे दोनों को कुएं के बाहर निकाला गया'' - स्थानीय ग्रामीण