कैमूरः जिला मुख्यालय भभुआ के कंचननगर वार्ड नंबर 5 में हर घर नल का जल योजन की राशि निकासी के बाद भी लोगों को नल का पानी नहीं मिल रहा है. करीब 7 महीने पहले योजना के तहत लोगों के घरों में पाइप और टोटी लगाए गए थे लेकिन नल से आज तक एक बूंद पानी लोगों को नसीब नहीं हुआ है.
अधिकारी हैं उदासीन
बिहार सरकार की सात निश्चय योजना के तहत लोगों के घरों तक पानी पहुंचाने की योजना सरकार की प्राथमिक सूची में थी. लेकिन अधिकारियों और ठैकेदारों की उदासीन रवैये ने इसे अधर में लटका कर रखा है. भभुआ के वार्ड नंबर 5 में पानी की सप्लाई के लिए पाइप तो बिछाए गए लेकिन इसका कनेक्शन अभी तक नहीं हो पाया है. इस बीच कई जगहों पर पाइप टूट भी गए हैं.
'पानी नहीं देना था तो नल क्यों लगाए'
स्थानीय लोगों ने बताया कि पाइप लगाए जा रहे थे तो उम्मीद जगी थी कि अब पानी की समस्या खत्म हो जाएगी. लेकिन पाइप लगने के 7 महीने बाद भी लोगों को इसका पानी नहीं मिल रहा है. लोगों ने प्रशासन पर आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि पानी नहीं देना था तो पाइप क्यों लगाए, पाइप उखाड़ कर ले जाइए. लोगों ने कहा कि सड़क किनारे लगे चापाकल से ही लोगों का काम चल रहा है.
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'अधिकारियों से लेकर सीएम तक की शिकायत'
वार्ड नंबर 5 का पार्षद पति मदन शुक्ला ने बताया कि उनके वार्ड में लगभग 400 घर हैं. इस योजना के तहत 7 महीने पहले ही पाइप बिछाकर 150 घरों में नल लगाए गए लेकिन आज तक पानी को लेकर लोगों की समस्याएं खत्म नहीं हुई हैं. उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत वरीय अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक कर चुका हूं.
योजना अपने लक्ष्य से दूर
मदन शुक्ला ने बताया कि नगर विकास मंत्रालय ने डीएम को जांच के आदेश भी दिए थे लकिन अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. उन्होंने कहा कि इस योजना के नाम पर लाखों रुपये कोष से निकाले जा चुके है. फिर भी योजना अपने लक्ष्य से दूर है. वहीं अधिकारी इस पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं, वो सवाल टाल जाते हैं.