कैमूर: कोरोना काल की अवधि में प्रदेशभर में लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर अन्य राज्यों से बिहार वापस लौट चुके हैं. सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए रोजगार उपलब्ध कराने की बात कही थी. उसके बाद मजदूरों का पंजीकरण भी किया गया था.
इसी क्रम में जिले के नक्सल प्रभावित अधौरा प्रखंड के कृषि विज्ञान केन्द्र में प्रवासी मजदूरों का तीन दिवसीय बैकयार्ड पॉल्ट्री ट्रेनिंग समाप्त हो चुका है. ट्रेनिंग में नक्सल प्रभावित अधौरा प्रखंड के 35 प्रवासी मजदूरों ने हिस्सा लिया. इस दौरान वेटनरी साइंटिस्ट और ट्रेनर डॉ. राहुल कुमार ने बताया कि गरीब कल्याण योजना के तहत प्रवासी मजदूरों को बैकयार्ड पोल्ट्री के लिए तीन दिवसीय मुफ्त प्रशिक्षण दिया गया है.
कृषि विभाग करेगा मजदूरों की मदद
ट्रेनर ने बताया कि बैकयार्ड पोल्ट्री फार्मिंग की सम्पूर्ण जानकारी मजदूरों को दी गई. ताकि उन्हें पोल्ट्री में कोई समस्या न हो. उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग में ब्रीड, फीडिंग, होम, इम्पोर्टेन्ट डिजीज सहित अन्य विषय की जानकारी दी गई है. ट्रेनिंग के बाद मजदूर बैकयार्ड पोल्ट्री के लिए सक्षम हो गए है. राहुल कुमार ने कहा कि कृषि विभाग मजदूरों को इस विधि से पॉल्ट्री करने के लिए हर संभव मदद भी करेगा.
मौके पर मौजूद लोग
ट्रेनिंग के दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र अधौरा के बागवानी वैज्ञानिक एके शर्मा और सुनील कुमार ने भी मजदूरों को बागवानी के विधि को समझाया. ताकि किसी प्रकार की कोई समस्या न हो. बता दें कि मौके पर भगवानपुर प्रखण्ड के कृषि पदाधिकारी राजेश चौधरी भी मौजूद थे.