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कार्यपालक सहायकों का धरना चौथे दिन भी जारी, प्रशासन ने दिया था 48 घंटे का अल्टीमेटम

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Published : Mar 19, 2021, 6:22 PM IST

कैमूर में कार्यपालक सहायक अपनी आठ सूत्री मांग को लेकर हड़ताल पर डटे हुए हैं. वहीं, जिला प्रशासन ने 48 घण्टे का अल्टीमेटम दिया है कि वह कार्यालय आकर योगदान करें नहीं तो उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी.

कार्यपालक सहायकों का धरना
कार्यपालक सहायकों का धरना

कैमूर(भभुआ): जिले में कार्यपालक सहायकों की हड़ताल चौथा दिन भी जारी है. कार्यपालक भभुआ जिला समाहरणालय के पीछे धरना दे रहे हैं. साथ ही बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी कर रहे हैं. वहीं, जिला प्रशासन ने 48 घण्टे का अल्टीमेटम दिया है कि वह कार्यालय आकर योगदान करें नहीं तो उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें- महंगाई के विरोध में बिहार विधानसभा में माले का विरोध प्रदर्शन, विशेष चर्चा की मांग

कार्यपालक सहायकों का धरना
वहीं, इसके बाद भी कार्यपालक सहायक अपनी आठ सूत्री मांग को लेकर हड़ताल पर डटे हुए हैं. सभी कार्यपालक सहायकों ने अपनी मांगे पूरी नहीं होने और बेल्ट्रॉन की ओर से दक्षता निस्त और अन्य निलंबित मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि हमे स्थाई कर वेतनमान दिया जाए. बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी की बीते 5 फरवरी को आयोजित 29वीं बैठक की कार्यवाही कि कार्यशाला की कंडिका- 6,7, 8,9 के लिए गए निर्णय को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए.

जारी रहेगी हड़ताल
कार्यपालक सहायकों ने न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता इंटर करते हुए सभी कार्यपालक सहायकों की सेवा सूचना में शामिल करते हुए नियमितीकरण स्थाई करने की मांग की. साथ ही महिला कार्यपालक सहायकों को विशेष अवकाश की मान्यता प्रभावी की जाए. विभिन्न आंदोलन अवधी में कटौती किए गए मानदेय को अनुमान्य अवकाश में समायोजित कर मानदेय का भुगतान किया जाए. वहीं, 2015 के किए गए आंदोलन के दौरान आंदोलनरत कार्यपालक सहायकों पर दायर गर्दनीबाग कांड को खत्म किया जाए. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं करती है तब तक हड़ताल जारी रहेगा.

कैमूर(भभुआ): जिले में कार्यपालक सहायकों की हड़ताल चौथा दिन भी जारी है. कार्यपालक भभुआ जिला समाहरणालय के पीछे धरना दे रहे हैं. साथ ही बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी कर रहे हैं. वहीं, जिला प्रशासन ने 48 घण्टे का अल्टीमेटम दिया है कि वह कार्यालय आकर योगदान करें नहीं तो उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी.

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कार्यपालक सहायकों का धरना
वहीं, इसके बाद भी कार्यपालक सहायक अपनी आठ सूत्री मांग को लेकर हड़ताल पर डटे हुए हैं. सभी कार्यपालक सहायकों ने अपनी मांगे पूरी नहीं होने और बेल्ट्रॉन की ओर से दक्षता निस्त और अन्य निलंबित मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि हमे स्थाई कर वेतनमान दिया जाए. बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी की बीते 5 फरवरी को आयोजित 29वीं बैठक की कार्यवाही कि कार्यशाला की कंडिका- 6,7, 8,9 के लिए गए निर्णय को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए.

जारी रहेगी हड़ताल
कार्यपालक सहायकों ने न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता इंटर करते हुए सभी कार्यपालक सहायकों की सेवा सूचना में शामिल करते हुए नियमितीकरण स्थाई करने की मांग की. साथ ही महिला कार्यपालक सहायकों को विशेष अवकाश की मान्यता प्रभावी की जाए. विभिन्न आंदोलन अवधी में कटौती किए गए मानदेय को अनुमान्य अवकाश में समायोजित कर मानदेय का भुगतान किया जाए. वहीं, 2015 के किए गए आंदोलन के दौरान आंदोलनरत कार्यपालक सहायकों पर दायर गर्दनीबाग कांड को खत्म किया जाए. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं करती है तब तक हड़ताल जारी रहेगा.

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