कैमूर: ब्लैक फंगस से पीड़ित कैमूर की एक महिला की मौत हो गई. ब्लैक फंगस का प्रारम्भिक लक्षण दिखने के बाद बीते रविवार को सदर अस्पताल के एएनएम स्कूल से उन्हें जांच और बेहतर इलाज के लिए वाराणसी रेफर किया गया था.
मीरा देवी नामक मरीज में ब्लैक फंगस के लक्षण दिखने पर सदर अस्पताल से रेफर किया गया था. परिजन उसे लेकर ट्रामा सेंटर परिसर में बने डीआरडीओ के आईसीयू में गए. जहां भर्ती कर इलाज शुरू किया गया. सोमवार की शाम मिली जांच रिपोर्ट में ब्लैक फंगस रोग होने की पुष्टि हुई. उनकी दूसरी आंख में सूजन होते देख कर डीआरडीओं से उन्हें बीएचयू में रेफर कर दिया गया. लेकिन मंगलवार की सुबह उनकी मौत हो गई.
स्वास्थ्य विभाग सतर्क
पति ने बताया कि उसका दाह संस्कार वाराणसी में ही कर दिया गया. अब उनके ब्लैक फंगस से प्रभावित होकर दम तोड़ने की जानकारी से स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है. वहीं, आम लोगों में भी ब्लैक फंगस को लेकर भय उत्पन्न हो गया है.
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बिहार में कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों में ब्लैक फंगस का मामला गहराता जा रहा है. सोमवार को प्रदेश में ब्लैक फंगस के 11 नए मामले सामने आए. जिसके बाद प्रदेश में ब्लैक फंगस से ग्रसित मरीजों की संख्या 50 के पार पहुंच गई है. इन 11 मरीजों में पटना एम्स में पांच और आईजीआईएमएस में 6 मरीज एडमिट हुए हैं. इससे एक डॉक्टर की भी मौत हो गई.