कैमूर: बिहार के कैमूर ( Kaimur ) के अधौरा पहाड़ी थाना क्षेत्र में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन सीपीआई (माओवादी) के जोनल कमांडर को गिरफ्तार करने में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. नक्सली पारस जी (Paras Ji) उर्फ राजेंद्र पासवान उर्फ उदय 14 वर्षों से फरार चल रहा था. नक्सली की गिरफ्तारी औरंगाबाद के बंदेया थाना क्षेत्र के सिमरहुआ गांव से की गई है.
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अधौरा के थानाध्यक्ष के लिखित आवेदन पर अभियुक्त रामजी उरांव एवं अन्य 29 नामजद अभियुक्तों के खिलाफ सीपीआई में शामिल होने का आरोप है. आधुनिक हथियार रखने, विस्फोटक पदार्थ बरामद होने के आरोप में कांड को प्रतिवेदित किया गया था. इसके खिलाफ अधौरा थाना में 7 नवंबर 2007 को कांड संख्या 25/2007 दर्ज था, तब से पुलिस छापेमारी कर रही थी.
अपर पुलिस अधीक्षक अभियान नितिन कुमार ने बताया कि प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन माओवादी में शामिल रहे पारस जी उर्फ राजेंद्र पासवान उर्फ उदय सहित 29 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज थी. कार्रवाई के दौरान उस समय पारस भागने में कामयाब हो गया था. पारस 14 वर्षों से फरार चल रहा था.
गुप्त सूचना के आधार पर औरंगाबाद जिले के बंदेया थाना अंतर्गत ग्राम सेमरहुआ में माओवादी संगठन के जोनल कमांडर को गिरफ्तार कर लिया गया है. पारस मैट्रिक पास था और संगठन में पोस्टर, बैनर, प्रचार व लिखा-पढ़ी के कार्य करता था. इसके ऊपर औरंगाबाद रोहतास एवं कैमूर जिला के विभिन्न थानों में करीब 10 से अधिक कांड दर्ज हैं.
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संबंधित थानों में उसके आपराधिक इतिहास के बारे में अन्य और जानकारी ली जा रही है. गिरफ्तार नक्सली को मेडिकल जांच के के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है. एएसपी अभियान शिवकुमार राव ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली कैमूर जिले के अधौरा थाना क्षेत्र में वर्ष 2007 में हुए नक्सली घटना में शामिल था.