कैमूर: जिले के चांद प्रखण्ड में पैक्स के माध्यम से कुल 1364 किसानों की ही खरीद हुई है. इससे दूसरे किसानों में मायूसी है. वहीं, धान खरीद के मामले को लेकर किसान मजदूर संघर्ष समिति ने आरोप लगाया गया कि पैक्स ने सलेक्टेट किसानों से ही धान की खरीद किया है.
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बता दें कि प्रखण्ड में 90 प्रतिशत की आबादी खेती पर ही निर्भर है. धान का कटोरा कहे जाने वाला चांद प्रखण्ड में किसान बड़ी मात्रा में धान की पैदावार करते हैं. इस वर्ष धान की पैदावार काफी बेहतर हुई है.
किसानों को पैक्स से आंशिक फायदा
किसानों को उम्मीद थी कि सरकार की ओर से पैक्स के माध्यम से इस वर्ष धान की अधिक खरीदारी की जाएगी मगर ऐसा ना हो सका. मजबूरन किसान को कम मूल्य पर बाजार में धान बेचने पड़ रहे हैं. किसानों को पैक्स से धान खरीद करने से आंशिक रूप से ही फायदा हो सका है.
किसानों के नहीं मिला समर्थन मूल्य
राधेश्याम सिंह, ललन सिंह और विजय बिन्द सहित अन्य किसानों ने आरोप लगाया है कि पैक्स की ओर से धान खरीद पर किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिल पाया है. प्रखण्ड में कुल 8 हजार हेक्टेयर रकबे में धान की खेती की जाती है. लेकिन इस वर्ष पैक्स के माध्यम से 10 प्रतिशत ही किसानों की धान खरीद हुई है.
आनलाइन किसानों से की गई धान की खरीद
हालांकि इस संबंध में प्रखण्ड सहकारिता पदाधिकारी सुबोधकांत मरांडी ने कहा कि धान खरीदी की अंतिम तिथि 21 फरवरी तक कुल 1364 किसानों से 780 मीट्रिक टन धान खरीदी हो चुकी है. सभी इच्छुक और ऑनलाइन किसानों से धान की खरीद कर ली गई है.