कैमूर: रविवार को 28 सालों बाद पटना में कांग्रेस की जन आकांक्षा रैली होने वाली है. इसे लेकर सियासी पारा चढ़ गया है. सभी दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है. सूबे के पथ-निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने भी रैली को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है.
मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में सभी राजनीतीक दलों को रैली करने का हक है. जनता की भागीदारी ही तय करेगी की किसकी रैली में दम है. आजादी के बाद 6 दशकों तक कांग्रेस ने ही राज किया है. बीजेपी के ग्यारह सालों में जितने विकास के काम हुए जनता उसका आंकलन करेगी.

नंद किशोर यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के कामों से डरकर किसी में भी अकेले चुनाव लड़ने का माद्दा नहीं है. अपने आप को राष्ट्रीय पार्टी कहने वाली कांग्रेस भी डर गई है. ये डरे हुए लोगों का डरबंधन है, कोई गठबंधन नहीं है.
वहीं, उपेंद्र कुशवाहा के जाने से गठबंधन को नुकसान के सवाल पर मंत्री ने कहा कि अगर कोई गया है तो एक बड़ी ताकत जुड़ी है. पार्टी में पहले नीतीश नहीं थे अब वो हमारे साथ हैं. ऐसे में कुछ प्रभाव नहीं पड़ेगा. एनडीए इस बार और ज्यादा सीटें जीतेगी.