कैमूर: जिले के मोहनिया विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम अकोढ़ी में 4 साल बाद जब स्थानीय विधायक निरंजन राम पहुंचे, तो ग्रामीणों का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया. उस दौरान विधायक के खिलाफ ग्रामीणों ने मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए अपनी नाराजगी प्रकट की. यहां तक की ग्रामीणों ने निरंजन राम के वाहन पर मुर्दाबाद की तख्ती भी लगा दी.
आक्रोशित ग्रामीणों ने मुर्दाबाद के लगाए नारे
जानकारी के मुताबिक जब विधायक ग्राम अकोढ़ी पहुंचे तो काफी संख्या में नौजवान एवं अन्य ग्रामीण एकत्रित हो गए और उनसे पूछने लगे कि आप 4 साल तक क्यों नहीं आए. आज क्यों आए हैं. इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए.
इन सभी में सबसे महत्वपूर्ण यह रहा कि स्थानीय ग्रामीणों ने इस पूरे वाकए की एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया. जिसके बाद विधायक जी के विरोध की बात पूरे क्षेत्र में चर्चा की विषय बन गई.
नाराज हैं ग्रामीण
जब इससे संबंधित जानकारी विधायक निरंजन राम से प्राप्त की गई, तो उन्होंने बताया कि उस गांव में इनके द्वारा सड़क एवं उसके दोनों तरफ नाली, दुर्गावती नदी के इलाके में रामगढ़-मोहनिया जाने के लिए पुल, गांव में विद्युतीकरण करवाया गया है. बावजूद इसके ग्रामीण नाराज है. इनके द्वारा पूछा भी गया कि आखिर किस बात से आप लोग नाराज हैं.
‘ग्रामीणों के माध्यम से लगवाए गए मुर्दाबाद के नारे’
जिस पर ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि सरस्वती पूजा में क्यों नहीं आए. इतना पैसा खर्च करवा के नाच प्रोग्राम मंगवाए थे. विधायक निरंजन राम ने आगे बताते हुए कहा कि सभी जगह सरस्वती पूजा एक ही दिन होने के कारण वह नहीं पहुंच सके. ना ही ग्रामीणों के द्वारा पूर्व से समय लिया गया था.
एक ही दिन कहां-कहां जाते जिस कारण से ग्रामीणों के अंदर नाराजगी थी. जिसे विरोधी पार्टी के प्रत्याशियों के द्वारा सुनियोजित तरीके से ग्रामीणों को भड़काया गया और जब यह मौके पर पहुंचे तो ग्रामीणों के माध्यम से मुर्दाबाद के नारे लगवाए गए.
बूथ स्तर पर 7 लोगों की बनी है कमेटी
विधायक निरंजन राम ने कहा कि इन लोगों का एक कार्यक्रम चल रहा है. दल का जिसमें बूथ स्तर पर 7 लोगों की कमेटी बनी है. उनके साथ बैठक करना है और उन्हें यह बताना है कि कैसे हम इस बुथ को जीतेंगे. इसके साथ ही पार्टी के द्वारा एक नेमप्लेट दिया गया है.
बुथ अध्यक्ष के नाम से वह उनके दरवाजे पर लगाना है एवं गमछा आदि देकर के सम्मानित करना है. उसी कार्यक्रम में सम्मिलित होने गए थे. हालांकि जिन लोगों के द्वारा विरोध किया जा रहा था एवं मुर्दाबाद के नारे लगाए जा रहे थे. बाद में वह लोग भी बूथ स्तर कमेटी के बैठक में सम्मिलित हुए.