कैमूर: कोरोना काल में पहली बार आस्था का महापर्व छठ का आयोजन किया जा रहा है. इस बार छठ पूजा करने के लिए सरकार ने गाइडलाइन जारी किया है. जिसको लेकर जिला प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली है. ऐसे में 4 दिन तक चलने वाला आस्था का पर्व छठ पूजा की शुरुआत आज नहाए खाए से शुरू हो गया है.
बता दें कि कोरोना काल में पहली बार छठ पूजा किया जा रहा हैं. महापर्व को लेकर लोग काफी उत्साहित तो हैं लेकिन कहीं ना कहीं इस बार कोरोना का भय भी सता रहा है. बाजारों में कम भीड़ देखने को मिल रही है. लोग बाजारों में सूप दउरा खरीद रहे हैं.
छठ पर कोरोना का असर
वहीं, दुकानदार मोहन ने बताया कि इस बार काफी परेशानियां हो रही है. सूप और दउरा जो पहले हम लोग बेचते थे. लेकिन इस बार पहले के तरह खरीदारी नहीं है. कोरोना का काफी असर दिख रहा है.
छठ पर सरकार की अपील
कोरोना काल में हो रहे महापर्व छठ पूजा पर बिहार सरकार ने लोगों से घर पर ही छठ पूजा करने की अपील की है. इसके साथ ही प्रशासन ने श्रद्धालुओं से तालाब किनारे पूजा करने और अर्घ्य के दौरान उसमें डुबकी नहीं लगाने का आग्रह किया है. लोगों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है.
बिहार गृह विभाग के निर्देशों के अनुसार छठ पर्व के दौरान बुखार से ग्रस्त व्यक्ति, 60 साल से ऊपर के व्यक्ति, 10 साल से कम उम्र के बच्चे और अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को छठ घाटों पर नहीं जाने की सलाह दी है. इसके साथ ही गाइडलाइन में सभी को मास्क का प्रयोग करने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का सख्त निर्देश दिया है.