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कैमूर: थानों में डाटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले दो युवक गिरफ्तार

बिहार के थानों में डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह के दो आरोपी को कैमूर पुलिस ने पटना से गिरफ्तार किया है.

kaimur police
कैमूर पुलिस
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Published : Mar 11, 2021, 10:12 PM IST

कैमूर (भभुआ): बिहार के थानों में डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह के दो आरोपी को कैमूर पुलिस ने पटना से गिरफ्तार किया है. दोनों के पास से लैपटॉप, डेस्कटॉप, स्कैनर, एटीएम कार्ड, 40 हजार रुपए और भारी मात्रा में कागजात बरामद किया गया है.

यह भी पढ़ें- सड़क दुर्घटना में दो हाईवा चालक घायल, NH-219 के निर्माण में लगे थे दोनों

एसपी को युवकों ने दी थी सूचना
दोनों आरोपी पटना के बोरिंग रोड में निसाम सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से फर्जी कार्यालय चला रहे थे. कैमूर एसपी राकेश कुमार ने बताया कि 9 मार्च को कुछ युवकों ने उन्हें ठगी की सूचना दी थी. युवकों ने नियुक्ति पत्र दिखाया था और जांच कराने का निवेदन किया था. युवकों ने कहा था कि कैमूर के थानों में डाटा एंट्री ऑपरेटर के नाम पर लिखित परीक्षा के बाद 60 हजार रुपए प्रत्येक युवक से मांगे जा रहे हैं. जिले में ऐसे 25 अभ्यर्थी हैं.

"युवकों से मिली सूचना के बाद जांच की गई. पता चला कि बिहार सरकार डाटा एंट्री ऑपरेटर की बहाली बेल्ट्रान के माध्यम से करती है, लेकिन पैसे नहीं लिए जाते. पुलिस जांच में जुटी है कि नौकरी के नाम पर ठगी के इस रैकेट में कितने और लोग शामिल हैं. अब तक पटना के दो कार्यालयों में कार्रवाई हो चुकी है. समय रहते युवकों ने पुलिस को सूचना दी, नहीं तो मामले का उद्भेदन नहीं होता."- राकेश कुमार, एसपी, कैमूर

कैमूर (भभुआ): बिहार के थानों में डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह के दो आरोपी को कैमूर पुलिस ने पटना से गिरफ्तार किया है. दोनों के पास से लैपटॉप, डेस्कटॉप, स्कैनर, एटीएम कार्ड, 40 हजार रुपए और भारी मात्रा में कागजात बरामद किया गया है.

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एसपी को युवकों ने दी थी सूचना
दोनों आरोपी पटना के बोरिंग रोड में निसाम सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से फर्जी कार्यालय चला रहे थे. कैमूर एसपी राकेश कुमार ने बताया कि 9 मार्च को कुछ युवकों ने उन्हें ठगी की सूचना दी थी. युवकों ने नियुक्ति पत्र दिखाया था और जांच कराने का निवेदन किया था. युवकों ने कहा था कि कैमूर के थानों में डाटा एंट्री ऑपरेटर के नाम पर लिखित परीक्षा के बाद 60 हजार रुपए प्रत्येक युवक से मांगे जा रहे हैं. जिले में ऐसे 25 अभ्यर्थी हैं.

"युवकों से मिली सूचना के बाद जांच की गई. पता चला कि बिहार सरकार डाटा एंट्री ऑपरेटर की बहाली बेल्ट्रान के माध्यम से करती है, लेकिन पैसे नहीं लिए जाते. पुलिस जांच में जुटी है कि नौकरी के नाम पर ठगी के इस रैकेट में कितने और लोग शामिल हैं. अब तक पटना के दो कार्यालयों में कार्रवाई हो चुकी है. समय रहते युवकों ने पुलिस को सूचना दी, नहीं तो मामले का उद्भेदन नहीं होता."- राकेश कुमार, एसपी, कैमूर

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