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कैमूर: 10 रुपये के नोट से होती थी डिलीवरी बॉय की पहचान, इंदौर से शराब सप्लायर गिरफ्तार - मुगलसराय थाने में मामला दर्ज

कैमूर पुलिस ने मध्य प्रदेश के इंदौर से शराब सप्लायर अरूण सिंह को 1.43 लाख रूपये से साथ गिरफ्तार किया है. आरोपी ने बताया कि इंडिकेशन के लिये 10 रूपये को नोट दिखाया जाता था उसके बाद शराब की डिलीवरी होती थी.

पुलिस ने इंदौर से शराब सप्लायर को किया गिरफ्तार
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Published : Nov 4, 2019, 12:05 PM IST

कैमूर: कैमूर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने मध्य प्रदेश के इंदौर से शराब सप्लायर अरूण सिंह को 1.43 लाख रूपये के साथ गिरफ्तार किया है. बता दें कि मध्य प्रदेश से अरूणांचल प्रदेश ले जा रही शराब को उत्तर प्रदेश और बिहार के बॉर्डर पर उतारकर सप्लाई किया जाता था.

जानकारी के मुताबिक भोपाल के बम्बे विस्की फैक्ट्री के कर्मचारी और अरूणांचल प्रदेश कर्मी की मिलीभगत से यह करोबार होता था. मामले का खुलासा तब हुआ जब भभुआ के शिवपुर गांव में बंद पडे राइस मिल में 2016 बोतल विस्की पुलिस ने बरामद किया.

कैमूर पुलिस ने इंदौर से शराब सप्लायर को किया गिरफ्तार

शराब सप्लायर गिरफ्तार
एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि पूछताछ के दौरान राइस मिल के मालिक ने दुर्गावती के रहने वाले अजय सिंह को शराब की सप्लाई देने की बात कही. जब अजय सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो खुलासा हुआ कि भोपाल से शराब ट्रक पर लादकर अरूणाचल प्रदेश ले जाया जाता है. इसी दौरान उत्तर प्रदेश और बिहार में शराब की सप्लाई करायी जाती है.

1.43 लाख रूपये बरामद
आरोपी ने बताया कि भोपाल में ट्रक पर लदे शराब की कीमत के अनुसार पैसे पहले दिये जाते थे तब डिलीवरी होती थी. इंडिकेशन के लिये 10 रूपये को नोट दिखाया जाता था जिससे डिलीवरी ब्वॉय की पहचान होती थी, उसके बाद शराब की डिलीवरी होती थी. लेकिन मामला तब फंस गया जब भोपाल में चार लाख रूपये देने के बाद भी शराब की डिलेवरी उत्तर प्रदेश में नहीं हुई. जिसके बाद मुगलसराय थाने में मामला दर्ज कराया गया. इसके बाद कैमूर पुलिस ने 1.43 लाख रूपये के साथ सप्लायर को गिरफ्तार किया.

कैमूर: कैमूर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने मध्य प्रदेश के इंदौर से शराब सप्लायर अरूण सिंह को 1.43 लाख रूपये के साथ गिरफ्तार किया है. बता दें कि मध्य प्रदेश से अरूणांचल प्रदेश ले जा रही शराब को उत्तर प्रदेश और बिहार के बॉर्डर पर उतारकर सप्लाई किया जाता था.

जानकारी के मुताबिक भोपाल के बम्बे विस्की फैक्ट्री के कर्मचारी और अरूणांचल प्रदेश कर्मी की मिलीभगत से यह करोबार होता था. मामले का खुलासा तब हुआ जब भभुआ के शिवपुर गांव में बंद पडे राइस मिल में 2016 बोतल विस्की पुलिस ने बरामद किया.

कैमूर पुलिस ने इंदौर से शराब सप्लायर को किया गिरफ्तार

शराब सप्लायर गिरफ्तार
एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि पूछताछ के दौरान राइस मिल के मालिक ने दुर्गावती के रहने वाले अजय सिंह को शराब की सप्लाई देने की बात कही. जब अजय सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो खुलासा हुआ कि भोपाल से शराब ट्रक पर लादकर अरूणाचल प्रदेश ले जाया जाता है. इसी दौरान उत्तर प्रदेश और बिहार में शराब की सप्लाई करायी जाती है.

1.43 लाख रूपये बरामद
आरोपी ने बताया कि भोपाल में ट्रक पर लदे शराब की कीमत के अनुसार पैसे पहले दिये जाते थे तब डिलीवरी होती थी. इंडिकेशन के लिये 10 रूपये को नोट दिखाया जाता था जिससे डिलीवरी ब्वॉय की पहचान होती थी, उसके बाद शराब की डिलीवरी होती थी. लेकिन मामला तब फंस गया जब भोपाल में चार लाख रूपये देने के बाद भी शराब की डिलेवरी उत्तर प्रदेश में नहीं हुई. जिसके बाद मुगलसराय थाने में मामला दर्ज कराया गया. इसके बाद कैमूर पुलिस ने 1.43 लाख रूपये के साथ सप्लायर को गिरफ्तार किया.

Intro:Body:कैमूर से बडी खबर आ रही है जहाँ शराब में हवाला के माध्य से होता था तस्करी पैसे के नम्बर दिखाने पर मिलता था शराब । मध्य प्रदेश के इंदौर से शराब सप्लायर अरूण सिंह गिरफ्तार 1.43 लाख रूपया बरामद । मध्य प्रदेश से बम्बे विस्की और पंजाब से क्रेजी रोमीओ विस्की का होता था सप्लाई ,मध्य प्रदेश से अरूणाचल प्रदेश के लिए जा रहे शराब को उत्तर प्रदेश ,बिहार के बोर्डर पर उतार कर बिहार में होता था सप्लाई । जिसमें भोपाल के बम्बे विस्की फैट्री के कर्मचारी और अरूणाचल प्रदेश कर्मी के मिली भगत से होता था करोबार। मामले का खुलासा तब हुआ जब भभुआ के शिवपुर गाँव में बंद पडे राइस मिल में 2016 बोतल क्रेजी रोमियों विस्की पुलिस ने बरामद किया ,राइस मिल के मालिक ने दुर्गावती के रहने वाले अजय सिंह से शराब का सप्लाई देने कि बात कही । जब अजय सिंह को पुलिस ने पकडी तो मामले का खुलासा हुआ कि भोपाल से शराब ट्रक से अरूणाचल प्रदेश के लिए जाता है उसी समय उत्तर प्रदेश में शराब उतार कर बिहार में सप्लाई करायी जाती है । भोपाल में ट्रक लदे शराब कि किमत के अनुसार पैसे पहले दिया जाता था तो वहाँ इंडिकेट के लिए 5 या दस रूपये कि नोट दिया जाता था डिलेवरी के समय नोट देखाने के बाद हि शराब का डिलेवरी होती थी ,मामला तब फस गया जब भोपाल में चार लाख रूपये देने के बाद भी शराब उत्तर प्रदेश में डिलेवरी नहिं हुआ तो मुगलसराय थाने में मामला दर्ज करा दिया । आज दोनो सप्लायर जेल में है शराब के बाकाया पैसा 1.43 लाख रूपया पुलिस बरामद किया है ।
बाईट-अरूण सिंह -आरोपी
बाईट-दिल नवाज अहमद-एस.पी कैमूरConclusion:
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