कैमूरः पुलिस अधीक्षक दिलनवाज अहमद 40 दिनों की ट्रेनिंग पर जा रहे हैं. हालांकि ट्रेनिंग पर जाने से पहले पुलिस अधीक्षक ने विक्की खां हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. एसपी ने बताया कि हत्या के बाद एफआईआर में शामिल 2 नामजद अभियुक्त बेकसूर हैं. इस हत्या को अंजाम तीसरे व्यक्ति ने दी थी जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
एसपी ने कहा कि 19 नवंबर को विक्की की हत्या आपसी विवाद में हुई थी. जबकि शव 20 नवंबर की सुबह में भभुआ में पुलिस ने बरामद किया था. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने रौशन कुमार और राहुल अग्रवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में विक्की को गहरी चोट लगने की पुष्टि से हत्या की बात स्पष्ट हो गई.
बेकसूर को पुलिस ने किया बरी
एसपी ने पूरी जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस ने एफआईआर के आधार पर अनुसंधान शुरू की. अनुसंधान में पता चला कि हत्या के दिन दोनों अभियुक्तों का मोबाइल लोकेशन घटनास्थल के दूर-दूर तक नहीं था. जिसके बाद पुलिस ने वैज्ञानिक अनुसंधान का सहारा लिया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि निर्दोष युवकों को छोड़ दिया गया. जबकि मुख्य अभियुक्त मनीष उपाध्याय को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
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अभियुक्त ने कबूला अपना जुर्म
विक्की खां हत्याकांड के अभियुक्त मनीष को पुलिस ने छापेमारी में गिरफ्तार किया है. अभियुक्त सोनहन का रहनेवाला है. मनीष ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म कबूल करते हुए हत्या के बारे में पूरी जानकारी दी है. बता दें कि मृतक विक्की खां भभुआ के वार्ड 17 का रहनेवाला था. मनीष और विक्की के बीच आपसी विवाद हुआ था जिसमें उसकी हत्या कर दी गई.