कैमूर(भभुआ): भभुआ थाना क्षेत्र के सीकठी गांव का एक 10 साल के बच्चे की मां मर गई. इससे बच्चे के पिता मानसिक रूप से अस्वस्थ हो गए. गरीबी के कारण वह बच्चे की पढ़ाई- लिखाई नहीं करा सकते थे.सीकठी गांव के निवासी जितेंद्र बिंद की पत्नी संगीता देवी का 10 दिन पहले ही देहांत हुआ है. 10 साल का लड़का राजा बाबू पढ़ने में तो तेज था लेकिन पैसे के अभाव में पिता उसे स्कूल नहीं भेज सकते थे.
मदद के लिए दो लोग सामने आए : इस बच्चे के लिए चिल्ड्रन एकेडमी केयर जोन स्कूल के डायरेक्टर विनय सिन्हा और भभुआ जिला परिषद सदस्य विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल देवदूत बन कर आए.दोनों ने बताया कि यह लड़का पढ़ने-लिखने में बहुत तेज है, लेकिन आर्थिक तंगी का मारा हुआ बच्चा आगे पढ़ लिखकर भविष्य नहीं बना सकता था. ग्रामीणों के कहने पर जब हम लोग उसके घर पहुंचे तो पता चला कि इसकी मां आज से 10 रोज पहले ही मरी है और इसके पिता मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं और गरीबी की मार झेल रहे हैं. जिला परिषद (जिप) के सदस्य ने बच्चे का नामांकन कराने के लिए चिल्ड्रन एकेडमी केयर जोन स्कूल के डायरेक्टर विनय सिन्हा से बात की.
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स्कूल फी ही नहीं आने-जाने के लिए वाहन की भी फ्री : विनय सिन्हा ने बच्चे की पढ़ाई-लिखाई से लेकर इससे जुड़ी सारी सुविधाएं फ्री (facility for free to a poor child) देने का निर्णय लिया. उन्होंने कहा कि बच्चा मेरे स्कूल में फ्री में पढ़ाई कर सकता है. यहां तक की बच्चे के आने-जाने के लिए वाहन भी फ्री में दिया जाएगा, ताकि बच्चा आसानी से मेरे स्कूल में पढ़ कर अपना भविष्य बना सके. इस संबंध में जिप सदस्य विकास सिंह उर्फ लालू पटेल ने कहा कि बच्चे को अगर किसी भी तरह की जरूरत पड़ेगी मेरी तरफ से सहायता की जाएगी. दोनों के इस नेक काम से ग्रामीण बहुत खुश हैं और इनकी सराहना कर रहे हैं.
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