कैमूर: जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र में बिहार स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ के बैनर तले स्वास्थ्य संविदा कर्मी विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को सांकेतिक हड़ताल पर बैठे नजर आए. बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ पटना बिहार द्वारा जिले में संविदा पर बहाल कर्मी विभिन्न मांगों को लेकर बीते 13 जुलाई 2020 से 18 जुलाई 2020 तक काला बिल्ला लगाकर सरकार की नीतियों का विरोध करते रहे.
सरकार कर रही है भेदभाव
सरकार की नीतियों का विरोध करने के बाद 20 जुलाई 2020 को सांकेतिक हड़ताल तथा मांग नहीं माने जाने पर दिनांक 21 जुलाई 2020 से बिहार के सभी एनएचएम स्वास्थ्य संविदा कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिए हैं. इस संबंध में जानकारी देते हुए बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी कैमूर इकाई के अध्यक्ष रूपक कुमार सिंह ने बताया कि राज्य से लेकर स्वास्थ्य उपकेंद्र तक प्रबंधकीय कैडर कर्मियों का एक माह का समतुल्य प्रोत्साहन राशि दिए जाने को लेकर सरकार के द्वारा भेद-भाव किया गया है.
21 जुलाई को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे स्वास्थ्य संविदा कर्मी
साथ ही रूपक कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत राज्य स्तर से लेकर स्वास्थ्य उपकेंद्र तक सभी संविदा कर्मी का वर्ष 2011 से अब तक मानदेय पुनरीक्षण लंबित है. इसको शीघ्र पुनरीक्षण किए जाने सहित 17 सूत्री मांगों को लेकर बीते 19 जुलाई को संविदा कर्मचारी संघ के शिष्टमंडल द्वारा जिला पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन के पास 17 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा गया है. इसके आलोक में 20 जुलाई 2020 को सांकेतिक हड़ताल पर हैं. 21 जुलाई 2020 से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत सभी स्वास्थ्य संविदा कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.