कैमूर: मोहनिया प्रखंड में वर्ष 1921 में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के द्वारा किये गए असहयोग आंदोलन की सौवीं वर्षगाठ पर स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया गया. साथ ही उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. भभुआ प्रखंड के रतवार गांव में गांधीवादी डॉ. केशव पांडेय शोध और प्रशिक्षण संस्थान की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में काफी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए.
रविवार की शाम रतवार के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी पंडित गुप्तेश्वर पांडेय के आवास से पंचायत भवन तक मशाल जुलूस निकाला गया, जिसका नेतृत्व डॉ. जयदेव पांडेय ने किया. यहां आयोजित कार्यक्रम में ग्रामीणों ने स्वतंत्रता सेनानियों की याद में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. आजादी के नारे लगाए. देशभक्ति गीत के साथ उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला.
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जानकारी के अनुसार वर्ष 1921 में 11 और 12 अप्रैल को असहयोग आंदोलन में तत्कालीन शाहाबाद सबडिवीजन में हरिहर सिंह, हरिनंदन सिंह और पंडित गुप्तेश्वर पांडेय के नेतृत्व में बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जिसकी चर्चा इतिहासकार जेएल शर्मा ने इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के अपने लेख में किया है. उक्त कार्यक्रम की याद में जिले में सौवीं वर्षगांठ मनाया गया. उस समय हरिहर सिंह और गुप्तेश्वर पांडेय आरा जैन कालेज के छात्र थे. बाद में हरिहर सिंह बिहार के 9वें मुख्यमंत्री बने तो पंडित गुप्तेश्वर पांडेय भभुआ के प्रथम विधायक और शाहाबाद जिला बोर्ड के चेयरमैन बने.