कैमूर: जिले में पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने एक सड़क छाप मजनू गिरोह का भंडाफोड़ किया है. जिसके पास से 185 मोबाइल, 5 बाइक, 1 एकनाली बंदूक और कई कीमती गहने-जेवरात बरामद हुए हैं. पुलिस ने गैंग के 5 सदस्यों को भी दबोचा है. गिरोह के एक सदस्य ने बताया कि वह माजनुगिरी के लिए चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था. चोरी के पैसे से वे सभी ऐशो-आराम का जीवन बिताते और अय्यासी में पैसा उड़ाते थे.
एसपी ने दी जानकारी
मामले की जानकारी देते हुए एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि एक विशेष टीम का गठन किया था. टीम लगातार वैज्ञानिक अनुसंधान के माध्यम से चोरी के घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोहों पर नजर बनाए हुए थी. इस क्रम में 5 बदमाशों की गिरफ्तारी हुई है. एसपी ने यह भी बताया कि इस गिरोह ने कैमूर के साथ सीमावर्ती यूपी के कई जिलों में अपराध, चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है, इसलिए इस गिरोह को पकड़ना पुलिस की लिस्ट में टॉप पर था.
इस तरकीब से हुई धर-पकड़
एसपी ने बताया पुलिस ने मोबाइल खरीदने के बहाने से इस गिरोह के एक सदस्य से आम आदमी बनकर संपर्क किया. जिसके बाद उसे एक जगह मोबाइल खरीदने के लिए बुलाया गया, जहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिसिया पूछताछ में अभियुक्तों ने कबूल किया कि वे चोरी के गहने-जेवरात को अजीत सेठ अग्रवाल चैनपुर के यहां बेचा दिया करते थे. लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने नाटकीय ढंग से मुख्य अपराधी लाला बिंद सहित उसका पूरा गिरोह पकड़ा गया.