कैमूर : जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. मामला चैनपुर पीएचसी का है, जहां विभाग ने बिना किसी वजह के पांच एएनएम को निलम्बित कर दिया है.
300 स्वास्थ्य कर्मियों का हुआ था तबादला
बताया जाता है कि डेढ़ माह पहले डीएम के आदेश पर 300 स्वास्थ्य कर्मियों का तबादला हुआ था. 21 अगस्त को डीएम ने मिटिंग में उन कर्मियों की सूची मांगी जो तबादले के बाद भी अपना प्रभार नहीं लिए हैं. आनन-फानन में चैनपुर पीएचसी प्रभारी ने उन पांच एएनएम की सूची दे दी जो अपने तबादले वाले स्थान पर कार्य कर रहीं थीं. जिसके बाद पांच एएनएम को निलम्बित करने का आदेश सिविल सर्जन के कार्यालय से जारी कर दिया गया.
डीएम ने प्रधान लिपिक को किया सस्पेंड
इसके बाद एएनएम ने इस मामले को लेकर अपने अधिकारियों से गुहार लगाई. जिस पर डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने एक्शन लेते हुए प्रधान लिपिक को सस्पेंड कर दिया है और पीएचसी प्रभारी को कारण बताओ नोट्स जारी किया है.