ETV Bharat / state

कैमूर: जिले के सहकारिता विभाग से किसान परेशान, पैक्स वाले भी नहीं खरीद रहे धान - पैक्सों द्वारा समर्थन मूल्य नहीं मिलने की शिकायत

प्रशासन के लाख दावे के बाद भी किसान औने-पौने दाम पर धान बेचने को मजबूर हैं. कैमूर के किसानों की यह समस्या है कि उनके धान की खरीद शुरू नहीं हो पाई है. कुछ पैक्सों द्वारा समर्थन मूल्य से कम कीमत पर धान मांगने से किसानों में नाराजगी देखी गई.

कैमूर
जिला के सहकारिता विभाग से किसान परेशान
author img

By

Published : Jan 4, 2021, 2:34 PM IST

कैमूर(भभुआ): एक तरफ जहां बिहार सरकार किसानों को लेकर चिंतित है. किसानों के धान खरीद को लेकर आदेश जारी किया जा रहा कि सभी किसानों की धान खरीद जाए तो वहीं जिला के सहकारिता विभाग की लापरवाही से किसान परेशान नजर आ रहे हैं.

किसान प्रखंड से लेकर जिला तक लगा रहे गुहार
किसानों का कहना है कि पैक्स वाले धान खरीदारी नहीं करना चाह रहे हैं. वहीं दूसरी ओर किसान प्रखंड से लेकर जिला तक गुहार लगा रहे हैं. धान पर जो किसान क्विंटल पर 168 रुपया नहीं छोड़ते, वजन पर 5 किलो अतिरिक्त नहीं देना चाहता, उससे पैक्स वाले धान नहीं लेते.

जिला के सहकारिता विभाग से किसान परेशान

पंचायत के मुखिया भी पैक्स से परेशान
किसान धान तैयार करने के बाद 25 दिन से खलिहान में धान रखकर खरीदार का इंतजार कर रहे हैं, पर आज तक खरीदारी नहीं हुई. सहकारिता विभाग के अधिकारी भी कैमरे पर कुछ बोलना नहीं चाहते. पंचायत के मुखिया भी पैक्स से परेशान हैं. वहीं मुखिया ने बताया कि 40 वर्ष में हमने कभी अपना धान पैक्स को नहीं दिया है. पैक्स किसान से धान नहीं लेते हैं. जो किसान नहीं है उसकी फर्जी रशीद बनाकर पैक्स धान का टारगेट पूरा करते हैं.

कैमूर(भभुआ): एक तरफ जहां बिहार सरकार किसानों को लेकर चिंतित है. किसानों के धान खरीद को लेकर आदेश जारी किया जा रहा कि सभी किसानों की धान खरीद जाए तो वहीं जिला के सहकारिता विभाग की लापरवाही से किसान परेशान नजर आ रहे हैं.

किसान प्रखंड से लेकर जिला तक लगा रहे गुहार
किसानों का कहना है कि पैक्स वाले धान खरीदारी नहीं करना चाह रहे हैं. वहीं दूसरी ओर किसान प्रखंड से लेकर जिला तक गुहार लगा रहे हैं. धान पर जो किसान क्विंटल पर 168 रुपया नहीं छोड़ते, वजन पर 5 किलो अतिरिक्त नहीं देना चाहता, उससे पैक्स वाले धान नहीं लेते.

जिला के सहकारिता विभाग से किसान परेशान

पंचायत के मुखिया भी पैक्स से परेशान
किसान धान तैयार करने के बाद 25 दिन से खलिहान में धान रखकर खरीदार का इंतजार कर रहे हैं, पर आज तक खरीदारी नहीं हुई. सहकारिता विभाग के अधिकारी भी कैमरे पर कुछ बोलना नहीं चाहते. पंचायत के मुखिया भी पैक्स से परेशान हैं. वहीं मुखिया ने बताया कि 40 वर्ष में हमने कभी अपना धान पैक्स को नहीं दिया है. पैक्स किसान से धान नहीं लेते हैं. जो किसान नहीं है उसकी फर्जी रशीद बनाकर पैक्स धान का टारगेट पूरा करते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.